अब लगभग यह तय हो गया है कि शिवसेना, बीजेपी के सामने झुकने को तैयार नहीं। और वह किसी भी हालत में आदित्य ठाकरे को चीफ मिनिस्टर के रूप में देखना चाहती है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर बीजेपी पर जो तंज कसा है उससे तो यही लगता है। ट्विट पर गौर फरमाएं’ ‘साहिब.. मत पालिए …अहंकार इतना वक्त के समंदर में कई सिकंदर डूब गए…!’
इसके पहले संजय राउत कह चुके हैं कि अगर शिवसेना चाहे तो सरकार बना सकती है। कल शिवसेना विधायक दल के नेता पद चुने जाने के दौरान संजय राउत ने विधायकों से कहा था कि शिवसेना अभी तक बीजेपी के सामने झुकी नहीं है और जब तक 50:50 फार्मूले पर बीजेपी राजी नहीं हो जाती तब तक शिवसेना अपने स्टैंड पर कायम रहेगी।
उद्धव ठाकरे ने भी ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कह दिया था कि देवेंद्र फडणवीस को भले इस बात का जिक्र नहीं करना चाहिए था कि शिवसेना बीजेपी के बीच 50:50 फार्मूले और पर कोई डील नहीं हुई थी। और वह खुद अगले 5 सालों तक महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे।
संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मुलाकात कर चुके हैं हालांकि उन्होंने इस मुलाकात को राजनीतिक तूल न देने की बात कही है लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह सत्ता के नये समीकरण बनाने की जुगत में शरद पवार के घर पहुंचे थे। राउत का कहना था कि यदि शिवसेना फैसला करती है तो उसे स्थिर सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्या मिल जाएगी। उनका कहना था कि महाराष्ट्र की जनता ने 50-50 फॉर्म्युले के आधार पर सरकार बनाने का जनादेश दिया है और वह शिवसेना का सीएम चाहती है,और लिख लीजिए शिवसेना का ही सीएम होगा।
दूसरीओर बीजेपी खेमे में फिलवक्त चुप्पी बनी हुई है। माना जा रहा है कि शिवसेना को बीजेपी की तरफ से डिप्टी चीफ मिनिस्टर का पद दिए जाने के साथ-साथ अन्य 13 मंत्री पद के ऑफर पर वह शिवसेना के रिएक्शन का इंतजार कर रही है। हालांकि शिव सेना के आइडियल रवैया को देखते हुए महाराष्ट्र बीजेपी के कुछ नेताओं में उन्हें शिव सेना को अपना रवैया बदलने की सलाह दी थी। बीजेपी शिवसेना गठबंधन के अन्य मित्र पक्ष कि नेता रामदास अठावले ने तो शिवसेना को सलाह दी थी कि उन्हें बीजेपी के ऑफर को मान लेना चाहिये।फिलहाल बीजेपी रुको और देखो के मोड पर है।वह अपनी ओर से पहल करने से अपने आप को रोक रही है ताकि शिवसेना की प्रक्रिया पर वहां अपना रुख और फैसला जहिर कर सके।