उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के अस्पतालों से दो ऐसी चौकाने वाली लापरवाही की खबरें आई हैं कि यक़ीन करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा हो रहा है।
पहली शर्मनाक घटना शाहजहांपुर के जिला हॉस्पिटल की है जहां एक बुजुर्ग मरीज के घावों को तीन दिन तक चींटियां खाती रहीं । इस दौरान मरीज ऐसे ही फर्श पर पड़ा रहा ।
उस मरीज़ की ग़लती सिर्फ इतनी थी कि इस संसार में शायद उसका कोई अपना नहीं था।
इस बुज़ुर्ग को अस्पताल में बिस्तर और तवज्जह तब मिलना शुरू हुई जब ये मामला मीडिया जनता के सामने लाई। बताया जा रहा है कि अब हॉस्पिटल प्रबंधन मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
दूसरा मामला शाहजहांपुर के जिला महिला अस्पताल का है। यहाँ एक गर्भवती महिला के प्रसव के दौरान डॉक्टर अपने मोबाइल में इतनी व्यस्त हो गई कि प्रसव होने पर नवजात महिला के गर्भ से निकलकर डस्टबिन में जा गिरा।
इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। हालत बिगड़ने पर सीएमएस ने बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ डस्टबिन में गिरने की वजह से कुछ ही देर में बच्चे की मौत हो गई। थोड़ी देर बाद मरीज़ मुन्नी देवी ने भी दम तोड़ दिया।
इस हादसे के बाद परिजनों में काफी आक्रोश है। वे जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
आरोप है कि डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से नवजात और उसकी पुत्रवधु की मौत हो गई।