शिव सेना नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रताव पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी। शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पार्टी की बैठक के बाद मीडिया के लोगों से बातचीत में यह जानकारी दी। सेना के फैसले से भाजपा को झटका लगा है क्योंकि सेना भाजपा सर्कार में लम्बे समय से भाजपा की सहयोगी रही है। हालाँकि दोनों के बीच रिश्तों में पिछले कुछ समय से खटाई दिखने को मिली है। जून में लोक सभा के उपचुनाव में भी शिव सेना भाजपा के खिलाफ माराष्ट्रा में लड़ी थी। राउत ने कहा की सबको मालुम है कि सरकार क्या कर रही है। उन्होंने कहा की वोटिंग के समय सेना सदन से अनुपस्थित रहेगी। हालाँकि सेना नेता ने कहा कि सेना सरकार में बनी रहेगी।
बीजू जनता दल ने सदन से वाकआउट किया। इसके एक सदस्य ने कहा कि १० साल यूपीए और ४ साल भाजपा का राज लोगों की उम्मीदों के खिलाफ रहा और इससे ओडिसा की जनता का कोइ भला नहीं हुआ लिहाजा पार्टी चर्चा में हिस्सा नहीं लेगी।
बीजेडी के २० संसद हैं। कांग्रेस ने चर्चा का समय बढ़ने की मांग की लेकिन स्पीकर ने कहा कि पहले से तय समय के मुताबिक ही चर्चा होगी यानी करीं ६ घंटे। शाम ६ बजे अविश्वास मत पर वोटिंग होगी। मत पर चर्चा शुरू हो गयी है।