पश्चिम बंगाल के जिन मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के खिलाफ ताल ठोंकी, वे अलापन सोमवार को पद से सेवानिवृत्त हो गए और मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया। अलापन की जगह ममता ने 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हरिकृष्ण द्विवेदी को मुख्य सचिव बनाया है।
अलापन के मामले में ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच सीधी भिड़ंत हो गयी थी। अपनी 60 साल की उम्र होने पर अलापन सोमवार को रिटायर होने वाले थे, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से 24 मई को बंगाल सरकार के आग्रह पर उनके तीन महीने के कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दे दी गयी थी। कुछ दिन पहले पीएम मोदी के बंगाल दौरे के दौरान पीएम के साथ बैठक पर जो विवाद हुआ था उसके बाद केंद्र ने नाराज होकर 28 मई को उनका तबादला दिल्ली कर दिया था।
हालांकि, ममता बनर्जी ने केंद्र के इस फैसले पर सख्त ऐतराज जताया और उन्हें बंगाल से रिलीव करने से साफ़ मना कर दिया। अलापन ने एक्सटेंशन न लेते हुए सोमवार को ही रिटायरमेंट ले लिया। केंद्र सरकार से टकराव के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अलापन बंद्योपाध्याय को रिटायरमेंट दे दिया। अब ममता ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार बना लिया है। ममता ने ऐसा करके अलापन को दिल्ली जाने से तो रोक ही लिया, वहीं उनके अनुभव का लाभ लेते हुए उन्हें अपनी टीम का हिस्सा भी बना लिया।
ज्यादातर विशेषज्ञों ने अपनी राय जताते हुए कहा था कि केंद्र सरकार जबरदस्ती अलापन को दिल्ली आने के लिए मजबूर नहीं कर पाएगी। इसके लिए उन्होंने कुछ नियमों का हवाला दिया था। अलापन 1987 बैच के आईएएस हैं जबकि 1988 बैच के आईएएस हरिकृष्ण द्विवेदी को अब मुख्य सचिव बना दिया गया है। द्विवेदी बंगाल के गृह सचिव के पद पर थे और वे बंगाल काडर के ही आईएएस अधिकारी हैं। उनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है। उनकी जगह बीपी गोपालिका को गृह सचिव नियुक्त किया गया है।