केंद्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा कर दी है। संसद में बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रस्ट का ऐलान करते हुए बताया कि इसका नाम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा। कांग्रेस सहित विपक्ष ने सरकार के फैसले की टाइमिंग पर सवाल उठाये हैं, क्योंकि तीन दिन बाद ही दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।
सर्वोच्च न्यायालय ने ९ दिसंबर को अयोध्या मामले का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार को तीन महीने के भीतर इस ट्रस्ट के निर्माण का आदेश दिया था। पीएम मोदी ने लोकसभा में बताया कि देश में सभी धर्मों के लोग एक परिवार के सदस्य हैं। सरकार का यह फैसला दिल्ली विधानसभा चुनाव से मात्र तीन दिन पहले आया है। कांग्रेस नेता ईमेल पुनिया ने कहा कि सरकार ने ट्रस्ट बनाने में तीन महीने क्यों लगा दिए और अब दिल्ली चुनाव से ऐन पहले यह फैसला किया है।
मोदी ने कहा कि यह ट्रस्ट ही मंदिर निर्माण से जुड़े सभी फैसले लेगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन देने को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट को ६७.७ एकड़ ज़मीन हस्तांतरित होगी।
पीएम ने कहा कि यह ट्रस्ट राम मंदिर पर तमाम फैसले लेगा। उन्होंने कहा कि भव्य राम मंदिर बने, यह सभी की इच्छा है।