सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली जस्टिस एसके कौल और केएम जोसेफ की पीठ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई जनवरी, २०१९ टाल दी है।
अब जनवरी में इस पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सुनवाई को लेकर कोइ तारीख घोषित होगी। हो सकता है नई बेंच बने या यही बेंच इसपर सुनवाई करे। पहले कहा जा रहा था इस पर दे-तू-दे सुनवाई का फैसला आ सकता सकता है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। याद रहे सबरीमाला पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के विवादित ब्यान के बाद रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला विवाद पर जिस तरह जल्द फैसला दिया है, उसी तरह उसे राम मंदिर पर भी फैसला देना चाहिए।
इंडिया आइडिया कॉन्क्लेव में सीएम योगी ने लोगों का संबोधन करते हुए रविवार को कहा कि जिस तरह सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला पर जल्द फैसला दिया वैसा ही राम मंदिर पर भी देना चाहिए। साफ़ लग रहा है कि भाजपा ने २०१९ का चुनाव विकास को छोड़कर राम मंदिर और धर्म के दूसरे मुद्दों पर लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है।
याद रहे शनिवार को केरल के कन्नूर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सबरीवाला मंदिर विवाद को लेकर राज्य की लेफ्ट सरकार पर निशाना साधा था और केरल की माकपा सरकार पर ”सबरीमाला मंदिर को नष्ट करने” का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था – ”आज केरल में धार्मिक आस्था और राज्य सरकार की क्रूरता के बीच संघर्ष चल रहा है।