अमेरिका और मैक्सिको इन दिनों तूफान की चपेट में हैं। एक के बाद एक कई तूफान ने कहर बरपा दिया है। 16 साल पहले 29 अगस्त को आए कैटरीना तूफान की तबाही ने लोगों के मन में फिर ताजा कर दी हैं। 29 अगस्त को इस साल फिर आए तूफान इडा ने लुइसियाना प्रांत के न्यू ओर्लियंस में भारी तबाही मचाई है। रविवार को 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने तबाही मचा दी है। इससे शहर के ज्यादातर इलाकों में बिजली गुल हो चुकी है और तटीय इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी आशंका जताई है कि इससे भारी जान माल की हानि हो सकती है। अधिकारियों से व्यापक बंदोबस्त किए जाने के आदेश जारी किए हैं। लुइसियाना के दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात हो गए हैं। तटीय क्षेत्रों में सारी नदियां उफान पर हैं और लगातार भारी बारिश हो रही है।
लुइसियाना के गवर्नर जॉन बेल एडवर्ड्स ने कहा कि स्थितियां प्रतिकूल होने के चलते राहत अभियान शुरू नहीं किया जा सका है। तूफान और बाढ़ की वजह से राज्य को तूफान के प्रभाव से उबरने में कई सप्ताह का समय लग सकता है। लुइसियाना में लगभग 10 लाख लोग बिजली गुल होने से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और मिसीसिपी में भी 80,000 से ज्यादा आबादी ऐसे ही समस्या का सामना कर रही है।
बता दें कि इससे पहले, 29 अगस्त 2005 को आए तूफान कैटरीना श्रेणी तीन की वजह से 1,800 लोगों की मौत हुई थी और यह न्यू ओर्लियंस में भयावह बाढ़ का कारण बना था, जिससे उबरने में अमेरिका को वर्षों लग गए थे।