कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों एक सप्ताह के लिए अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा पर है। इस दौरान उम्मीद यह भी लगाई जा रही है कि राहुल गांधी भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करने और वॉल स्ट्रीट के अधिकारियों तथा विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही 4 जून को न्यूयॉर्क में जेविट्स सेंटर में एक सार्वजनिक सभा के साथ अपनी यात्रा समाप्त करेंगे।
राहुल ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय प्रवासियों की एक सभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि, सरकार ने उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी थी, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और यात्रा का प्रभाव बढ़ गया। यह इसलिए हुआ क्योंकि भारत जोड़ो का विचार हर किसी के दिल में है।“
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा ने स्नेह, सम्मान और विनम्रता की भावना को आगे बढ़ाया। यदि कोई इतिहास का अध्ययन करे तो यह देखा जा सकता है। कि गुरु नानक देव जी, गुरु बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी सहित सभी आध्यात्मिक नेताओं ने देश को एक समान तरीके से एकजुट किया।“
राहुल ने सैन फ्रांसिस्को में सामुदायिक कार्यक्रम में जातिगत जनगणना के लिए अपनी पार्टी के आह्वान को दोहराया और कहा कि, यह समाज के ‘एक्स-रे’ की तरह होगा, जो जातिगत भेदभाव की सीमा को प्रकट करेगा। न्याय और मनरेगा जैसी योजनाएं गरीबों को आर्थिक न्याय दिलाने में मदद करेंगी।“
आरएसएस और भाजपा पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि, वे देश को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिका के अपने छह दिवसीय दौरे के दौरान 52 वर्षीय राहुल गांधी के भारतीय-अमेरिकियों से बात करने, वॉल स्ट्रीट के अधिकारियों से मिलने और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत करने की उम्मीद है।
आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिका जायेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन ने उन्हें आमंत्रित किया है, साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति व प्रथम महिला 22 जून को पीएम मोदी के लिए राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।