अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार की रात एयरपोर्ट के बाहर धमाकों की घटना के बाद अमेरिका ने हमले की जिम्मेवारी लेने वाले इस्लामिक स्टेट के (आईएसके) के उस आतंकी को मार गिराने का दावा किया है जो इस घटना का ‘मास्टरमाइंड’ था। अमेरिका ने अफगानिस्तान स्थित आईएसके के ठिकाने पर ड्रोन से बमबारी करके उस व्यक्ति को मार गिराया। याद रहे गुरुवार के धमाकों में अब तक 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका ने यह कार्रवाई काबुल धमाकों की घटना के 48 घंटे के भीतर की है। अमेरिका ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के पास नंगरहार प्रांत में ये बमबारी की है। अमेरिका के सेंट्रल कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा – ‘अमेरिकी सेना ने इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आईएसके) साजिशकर्ता के खिलाफ आज आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। यह मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में हुआ। शुरुआती संकेत मिले हैं कि हमने लक्षित व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। हमारे पास किसी भी असैन्य व्यक्ति के इस कार्रवाई में न मारे जाने की जानकारी है।’
अमेरिकन एंबेसी ने अफगानिस्तान में मौजूद अपने देश के नागरिकों के लिए एक और एडवाइजरी जारी कर दी है. अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को खतरा देखते हुए उन्हें काबुल एयरपोर्ट की तरफ ट्रैवल ना करने की हिदायत दी गई है. साथ ही इस एडवाइजरी में कहा गया है कि, अमेरिका के जो भी लोग एयरपोर्ट के अलग अलग गेटों पर मौजूद हैं वो वहां से तुरंत निकल जाएं.
इस बीच काबुल में मौजूद अमेरिकन एंबेसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ‘काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के खतरे को देखते हुए हम उन्हें यहां ट्रैवल न करने की एडवाइस देते हैं। अमेरिका के नागरिक जो एब्बे, ईस्ट, नार्थ या मिनिस्टरी आफ इंटीरियर गेट्स पर मौजूद हैं, वो जल्द से जल्द वहां से निकल जाएं।’
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने कहा – ‘अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने में अगले कुछ दिन हमारे लिए अब तक के सबसे खतरनाक दिन हो सकते हैं।’ अमेरिकी सेना ने भी बताया है कि, उन्होंने तालिबान से कुछ सड़कों को बंद करने के लिए कहा है। ऐसी आशंका है कि यहां से गाड़ियों में सुसाइड बॉम्बर एयरपोर्ट की तरफ आ सकते हैं।