ईरान ने अमेरिका के आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में इसे ”अमेरिका की दादागीरी” बताया है। गौरतलब है कि अमेरिका ने एक दिन पहले ही ईरान पर यह प्रतिबंध लागू किया हैं।
हालांकि, प्रतिबंधों के बावजूद अमेरिका ने भारत समेत आठ देशों को ईरान से तेल खरीदने की छूट दी है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि ईरान से तेल खरीदने की पाबंदी से भारत, चीन और जापान सहित इटली, यूनान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और तुर्की को फिलहाल अस्थायी रूप से राहत दी गयी है। पोम्पियो ने मीडिया को बताया था कि ”हमने खास परिस्थितियों को देखते और बाजार में पर्याप्त मात्रा में तेल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये इन गिने-चुने देशों को ईरान से तेल आयात की छूट अस्थायी रूप देने का फैसला किया है।
उधर अपनी प्रतिक्रिया में ईरान ने अमेरिका को जमकर कोसा है उसे ”दादागीरी से बाज आने” के लिए कहा है। प्रतिबंधों पर ईरान के विदेश मंत्रालय के स्पोक्समैन बहराम काजमी को उद्धत करते हुए मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ”अमेरिका को अपनी सर्वाधिकारवादी और दमनकारी नीतियों को त्याग देना चाहिए। आर्थिक प्रतिबंध लगाकर ईरान को हराने की अमेरिका की योजना विफल रही है। अमेरिका का मनोवैज्ञानिक युद्ध भी सफल नहीं हो सका है।”
प्रवक्ता को यह कहते रिपोर्ट्स में उद्धत किया गया है – ”अमेरिका को दूसरे देशों के प्रति अपना व्यवहार बदलना चाहिए।” गौरतलब है कि अमेरिका के प्रतिबंध के तहत यदि कोई देश या कंपनी ईरान से तेल खरीदती है तो उस देश या कंपनी पर भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई हो सकती है।