चिकित्सा के लिए 2020 के प्रतिष्ठित नोबेल पुरूस्कार की घोषणा कर दी गयी है। हेपेटाइटिस सी की खोज के लिए इस बार यह पुरूस्कार वैज्ञानिकों हार्वे ऑल्टर, माइकल हॉटन और चार्ल्स राइस को दिया गया है। नोबेल कमेटी के प्रमुख थॉमस पर्लमैन ने स्टॉकहोम में इसकी घोषणा की।
नोबेल पुरस्कार समिति ने सोमवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि रक्त-जनित हेपेटाइटिस, विश्व भर के लोगों में सिरोसिस और यकृत कैंसर का कारण बनता है। हार्वे ऑल्टर, माइकल हॉटन और चार्ल्स राइस ने इसके खिलाफ लड़ाई में निर्णायक योगदान दिया।
याद रहे चिकित्सा के लिए पिछले साल नोबेल पुरूस्कार दुनिया का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार सामूहिक रूप से विलियम कायलिन, ग्रेग सेमेन्ज़ा और पीटर रैटक्लिफ को दिया गया था। इन लोगों ने पता लगाया था कि ऑक्सीजन का स्तर किस तरह से हमारे सेलुलर मेटाबोलिज्म और शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है।
इस बार अमेरिका के वैज्ञानिक हार्वे ऑल्टर, चार्ल्स एम राइस और ब्रिटेन के माइकल हॉटन को यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। तीनों वैज्ञानिकों हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
बता दें डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में 70 मिलियन हेपेटाइटिस के मामले हैं। चिंताजनक बात यह है कि हर साल इस रोग से दुनिया भर में 4 लाख लोग अपनी जान गँवा देते हैं। लीवर से जुड़ी इस बीमारी को ‘क्रॉनिक’ की श्रेणी में रखा गया है।