अमृतसर हादसे की सूचना देने को लेकर गेटमैन और ट्रेन चालक के बयानों में विरोधाभास के बीच चालाक का रविवार को लिखित ब्यान आया है जिसमें उसने दावा किया है कि ट्रैक पर उसने भीड़ देख ली थी जिसे देखकर उसने ब्रेक लगाए थे लेकिन जैसे ही ट्रेन धीमी हुई लोगों ने उसपर पथराव शुरू कर दिया लिहाजा सवारियों की जान खतरे में न डालते हुए वह ट्रेन को आगे ले गया। इस बीच लोगों के विरोध प्रदर्शन के बीच अमृतसर लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही बहाल कर दी गयी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमृतसर रेल हादसे में ट्रेन ड्राइवर अरविंद कुमार ने अपने लिखित बयान में कहा है कि ट्रेन के इमर्जेंसी ब्रेक उसने लगाए गए थे इसके बावजूद गाड़ी की चपेट में कुछ लोग आ गए। ”जब ट्रेन पूरी तरह से रुकने की स्थिति में पहुंच गई थी, तभी ट्रेन पर कुछ लोगों ने पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर मैंने फिर से ट्रेन चला दी”। उधर चालाक और गेटमैन के हादसे की सूचना देने को लेकर भी विरोधावास सामने आया है। चालाक ने कहा था की उसने अधिकारीयों को सूचना दे दी थी लेकिन गेटमैन ने बयान दिया था की उसने अधिकारीयों को घटना की सूचना दी।
इस बीच ट्रेन हादसे के बाद से पटरियों पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को रविवार को हटा दिया गया। पथराव कर रहे लोगों ने वहां ट्रैफिक रोका था। इस पथराव में कई पुलिस वाले घायल भी हुए हैं। बाद में ट्रेनों का परिचालन करीब ४० घंटे बंद रहने के बाद दोपहर बहाल कर दिया गया । रेलवे के एक प्रवक्ता के मुताबिक रेलवे को स्थानीय अधिकारियों से दोपहर १२.३० बजे ट्रेन सेवाएं बहाल करने की मंजूरी मिली। “पहले मालगाड़ी को दोपहर २.१६ पर मनावला से अमृतसर रवाना किया गया। मेल और एक्सप्रेस ट्रेन भी बहाल की जा रही हैं। गौरतलब है कि इस हादसे में ६१ लोगों की मौत हो गयी थी।