केंद्र सरकार के दिल्ली में इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (नेशनल वार मेमोरियल) में विलय करने की कोशिश को लेकर विपक्ष ने उसपर हमला किया है। काग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि ‘सरकार वीर जवानों के देशप्रेम और बलिदान को समझ नहीं पा रही है’। बता दें आज 3.30 बजे एक कार्यक्रम में दोनों को एक दूसरे में मिला दिया जाएगा। सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि अमर जवान ज्योति को बुझाया नहीं जा रहा है बल्कि उसका राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (नेशनल वार मेमोरियल) पर जल रही लौ में ‘विलय’ किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके आज कहा – ‘बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम और बलिदान नहीं समझ सकते। कोई बात नहीं। हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!’
याद रहे दिल्ली के इण्डिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति को सैनिकों के अपूर्व शौर्य के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में मान्यता हासिल है। अमर जवान ज्योति की स्थापना भारतीय सैनिकों की याद में की गई थी, जो 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे। भारत ने यह युद्ध महज 14 दिन में जीत लिया था और बांग्लादेश का गठन हुआ था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी, 1972 को अमर जवान ज्योति का उद्घाटन किया था।
इस बीच विपक्ष सरकार पर इस मसले पर लगातार हमले कर रहा है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा – ‘जो सरकार की ओर से करवाया जा रहा है वो एक राष्ट्रीय त्रासदी है। अमर जवान ज्योति को बुझाना भारत के इतिहास को बुझाने की कोशिश है। राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए क्योंकि वह तीनों सेनाओं के अध्यक्ष हैं।’
कांग्रेस ने इस मसले पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वह इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है। सरकार का कहना है कि वह अमर जवान ज्योति को बुझा नहीं रही बल्कि उसका नेशनल वॉर मेमोरियल में विलय किया जा रहा है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पहले से लौ जल रही है जो इंडिया गेट से करीब 400 मीटर दूर स्थापित किया गया है।
उधर कांग्रेस के ही नेता शशि थरूर ने कहा – ‘लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए इस सरकार में कोई सम्मान नहीं है। अमर जवान ज्योति से 50 सालों में जो हासिल किया गया उसे खत्म किया जा रहा है।’ बता दें पीएम मोदी ने 2019 में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था।