100 दिन से भी अधिक समय से बिहार से ताल्लुक रखने वाले बाॅलीवुड के उभरते अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को हत्या या आत्महत्या का मामला जितना ज्यादा टीवी मीडिया पाया छाया रहा, वैसा तथ्यों के आधार पर कुछ निकल कर नहीं आया। एम्स के डाॅक्टरों की टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने अपनी जांच रिपोर्ट को शनिवार को सामने रखी। एम्स की रिपोर्ट में सुशांत की मौत को आत्महत्या माना है, न कि हत्या। अब एम्स पैनल ने खुदकुशी के एंगल से आगे जांच करने को सीबीआई को सौंप दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन हालात में मौत हुई है वो बताती है कि इसमें किसी तरह का फाउल प्ले नहीं है और यह खुदकुशी का मामला है। दिल्ली एम्स के मेडिकल बोर्ड ने अपनी फोरेंसिक जांच की इस रिपोर्ट को सीबीआई से सोमवार को ही साझा की थी। कूपर अस्पताल की भी जांच रिपोर्ट की पड़ताल किए जाने के बाद विशेषज्ञ इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। अब सीबीआई मामले की जांच आत्महत्या को आधार बनाकर करेगी।
अब एजेंसी यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि सुशांत ने खुदकुशी की थी तो उसके पीछे की वजह क्या थी? क्या किसी ने उसे इसके लिए उकसाया? एक लैपटॉप, हार्ड डिस्क, कैनन कैमरा और दो मोबाइल फोन सीज किए गए थे, जिनकी जांच जारी है। सीबीआई इस मामले में अब तक 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है, जो मामले में संदिग्ध थे। .
बता दें कि 14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपने घर पर मृत पाए गए थे। इसके बाद परिजनों के साथ ही कई मीडिया समूहों ने मामले को हत्या करार दिया था। बिहार की राजधानी पटना में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद बिहार पुलिस-मुंबई पुलिस के बीच विवाद भी देखने को मिला था। इसके साथ ही मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद सीबीआई जांच शुरू कर दी गई। कई जानकार इसे बिहार चुनाव से जोड़कर भी देख रहे थे। हालांकि इस बीच, ड्रग एंगल ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं, मगर लगता है उस पर भी कुछ ठोस सामने आता नहीं दिख रहा है।