कोविड से पहले देश की सबसे बड़ी एयरलाईंस इंडिगो नए जहाज़ों के आर्डर देने की जो योजना बना रही थी और जिसे उस समय की परिस्थितियों के कारण टालना पड़ा था, को अब मूर्त रूप देने की तैयारी कर ली गयी है। इंडिगो ने कहा है कि उसने यूरोप तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए टर्किश एयरलाइंस के साथ पार्टनरशिप की है। साथ ही अपनी विस्तार योजना के तहत करीब 500 और विमानों का ऑर्डर दिया है। हाल में एयर इंडिया ने भी बड़े पैमाने पर नए जहाजों का आर्डर दिया है। यह दोनों कंपनियां भारत में एक दूसरे की कम्पीटीटर हैं।
इंडिगो इंटरनेशनल सेल्स के प्रमुख विनय मल्होत्रा ने कहा कि इंडिगो ने अपनी विस्तार योजना के तहत करीब 500 और विमानों का ऑर्डर दिया है। इंडिगो ने यूरोपीय दिग्गज एयरबस और यूएस बोइंग दोनों को विमानों का ऑर्डर दिया है। मल्होत्रा ने कहा कि इंडिगो ने यूरोप तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए टर्किश एयरलाइंस के साथ पार्टनरशिप की है।
मल्होत्रा के मुताबिक इंडिगो इस समय रोजाना 1,800 उड़ानें भर रही है। इनमें से से 10 फीसदी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हैं। वर्तमान में इंडिगो के बेड़े में 300 से अधिक विमान हैं। इस समय कम्पनी 76 घरेलू और 26 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों पर उड़ानें भेजती है। हाल में इंडिगो ने महाराष्ट्र के नासिक और हिमाचल के धर्मशाला के लिए उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया है।
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स का कहना है कि इंडिगो ने बड़ी वापसी की है और भारत की आर्थिक वृद्धि इसे आगे बढ़ने में मदद कर रही है। एयरलाइन की रोजाना की उड़ानों में उपलब्ध सीटों में करीब 80 प्रतिशत घरेलू और 20 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय हैं। उनके मुताबिक इंडिगो आने वाली गर्मियों में नैरोबी (केन्या) और जकार्ता (इंडोनेशिया) के लिए नई उड़ानें शुरू करेगी। साथ ही मध्य एशिया के कुछ गंतव्यों पर भी विचार किया जा रहा है, हालांकि, इस पर अभी अंतिम मुहर लगनी बाकी है।