अफगानिस्तान में तालिबान और अफगान फोर्सेस के बीच जंग जारी है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के ऐलान के साथ ही वर्चस्व को लेकर हालात दिन ब दिन खराब होते जा रहे हैं।
कंधार प्रांत में कवरेज के लिए गए युवा भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई है। दरअसल, दानिश सिद्दीकी की हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में एक झड़प के दौरान हुई है। तीन दिन पहले तालिबान ने इस इलाके में कब्जा किया था। इसी दौरान हमले में दानिश सिद्दीकी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
पुलित्ज़र पुरस्कार से सम्मानित हो चुके दानिश सिद्दीकी की गिनती दुनिया के बेहतरीन फोटो पत्रकारों मे की जाती रही है। मौजूदा वक्त में अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रॉयटर्स के लिए काम कर रहे थे। अफगानिस्तान में जारी हिंसा के कवरेज करने गए थे। उन्होंने चुनौतियों का सामना करना पसंद था। दो दिन पहले उनकी पिता से बात हुई थी।
अफगानिस्तान में तालिबान फिर से हावी हो रहा है, और कई जिलों में उसका कब्जा हो चुका है। यही वजह है कि अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में इस वक्त हिंसा का दौर चल रहा है। दुनियाभर से पत्रकार अफगानिस्तान में जुटे हुए हैं और यहां पर जारी संघर्ष को कवर कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान की स्पेशल फोर्स के सादिक करजई की भी मौत हुई है जो दानिश के साथ मौजूद थे।
दानिश सिद्दीकी की मौत के बाद सोशल मीडिया में पत्रकार जगत उनको खिराज ए अकीदत पेश कर रहे हैं। परिजन और देशवाले भी बेहद गमगीन हैं। 2007 में ही जामिया मिल्लिया इस्लामिया नई दिल्ली से पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद इस क्षेत्र से जुड़। उन्हें रोहिंग्याओं की कवरेज के लिए पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया था।