वरिष्ठ समाज सेवक अन्ना हजारेे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 8 फरवरी तक उनकी मांगों पूरा नहीं किया गया तो वह पद्म भूषण सम्मान राष्ट्रपति को लौटा देंगे । अन्ना नेे कहा कि उन्होंने जो भीी समाज सेवा की है वह किसी सम्मान केे लिए नहीं इसलिए उनका यह निर्णय सरकार के खिलाफ है।
लोकपाल एवं लोकायुक्त नियुक्त करने और किसानों के हित में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर 30 जनवरी से अन्ना भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इस बीच सरकार की तरफ से वाटर रिसोर्सेज मिनिस्टर गिरीश महाजन एक बार फिर अन्ना से मिलने रालेगण सिद्धि पहुंचे लेकिन अन्ना ने स्पष्ट किया कि सरकार सिर्फ चर्चा में समय बिता रही है और उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 9 फरवरी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह पद्भूम भूषण सम्मान राष्ट्रपति को लौटा देंगे।अन्ना ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा 2013 के इलेक्शन कैंपेन में मुझे याद करने वाली बीजेपी सरकार मुझे भूल गई है। कानून बन के 4 साल हो गए लेकिन अभी तक कानून को लागू नहीं किया जा सका है इससे पता चलता है कि बीजेपी सरकार इस मामले में गंभीर नही है।