लोकपाल एवं लोकायुक्त की नियुक्ति समेत किसानों के हित में स्वामीनाथन आयोग लागू करने की मांग को लेकर अनशन कर रहे अन्ना की गिरती सेहत को देखते हुए शिव सेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सरकार अन्ना की जिंदगी से ना खेले। अन्ना के सपोर्ट में उतरे शिवसेना ने शिवसेना का कहना है कि अन्ना के अनशन शुरू करने संबंधित पत्र के जवाब में मोदी सरकार का उन्हें शुभकामनाएं देना तकलीफदेह है, व्यथित करता है ।उद्धव ने अन्ना से अपील की है कि वह अपना जीवन दांव पर न लगाएं उन्हें भ्रष्टाचार की गंगा को मुक्त कराने के लिए आगे बहुत काम करना है।
भ्रष्टाचार देश की सबसे बड़ी समस्या है और अन्ना उसके खिलाफ लड़ रहे हैं आमरण अनशन कर प्राण त्यागने से बेहतर है कि अन्ना सड़कों पर उतरें और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने देश को जागृत करें । आज-कल देश की जनता को बेहोशी की दवा पिला दी गई है इस बेहोशी से देश की जनता को बाहर निकालना जरूरी है। ठाकरे ने माना है कि अन्ना को नई क्रांति के लिए जयप्रकाश नारायण की भूमिका निभानी चाहिए।
शिवसेना के स्पोक्सपर्सन संजय राऊत के अनुसार गंगा प्रदूषण गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए हरिद्वार में प्रोफेसर अग्रवाल ने अनशन किया था और उनके अनशन को नज़रअंदाज़ कर उन्हें मर जाने दिया गया देश की गंगा को शुद्ध करने के लिए अन्ना अनशन छोड़ें और लड़ाई लड़ें शिवसेना अन्ना के साथ है।
अनशन के पांचवां दिन अन्ना का वजन चार किलो कम हो चुका है। उनके शरीर में बिलुरूबीन बढना शुरू हो गया है। डॉक्टर के अनुसार इसके चलते अन्ना की सेहत को खतरा पैदा हो सकता है।