तीन दिन पहले अमृतसर में हुए दर्दनाक रेल हादसे में अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए इलाके के विधायक और केबिनेट मंत्री नवोट सिंह सिद्धू आगे आये हैं। खासकर विपक्षी अकाली दल के निशाने पर रहे सिद्धू परिवार ने अब हादसे में अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई और बेसहारा हुए परिवारों का पूरा खर्चा उठाने का ऐलान किया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को यह ऐलान किया। सिद्धू ने पत्रकारों से कहा – ”जो बच्चे अनाथ हो गए हैं उन्हें पढ़ाने की जिम्मेदारी मेरी है। जिन परिवारों में कोई कमाने वाला नहीं रह गया है उसके परिवार में हर दिन चूल्हा जलेगा इसका वचन देता हूं”। सिद्धू ने कहा कि अमृतसर उनकी पत्नी और खुद उनकी कर्मभूमि है। ”यह लोगों का प्यार है, जिसने हमें इस मुकाम पर पहुंचाया है”।
सिद्धू ने कहा कि ”गुरु की धरती पर वह वचन देते हैं किसी भी परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा नहीं होने देंगे”। इस मौके पर उनके साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी थे। जाखड़ ने कहा की पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार ने हादसे में जान गवाने वाले लोगों के परिजनों को नौकरी देने की बात कही है। ”सरकार इस बात की जांच कर रही है कि योग्यता को देखते हुए किसको कौन सी नौकरी दी जाए”।
इस बीच खबर है कि हादसे के कारण अपना दौरा रद्द करने वाले मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिन्दर सिंह सोमवार को अपनी इजराइल यात्रा पर चले गए। जानकारी के मुताबिक उन्होंने अफसरों और पार्टी नेताओं को निर्देश दिए हैं कि अमृतसर हादसे में घायल लोगों के मामले में किसी भी तरह की कोताही न हो और उन्हें हर संभव मदद दी जाये।