केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद रामदास अठावले ने वीरवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों और सचिन वाझे प्रकरण पर के राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
नई दिल्ली में राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय समाजिक न्याय राज्यमंत्री ने कहा, मैंने राष्ट्रपति कोविंद को ज्ञापन दिया है और उनसे महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया है। उन्होंने मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक रखा। जबकि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को महीने में 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया। राज्य में गंभीर स्थिति है।
रामदास अठावले ने कहा कि देशमुख के खिलाफ जांच होनी चाहिए क्योंकि उन पर उंगली उठाई गई है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे आठ पन्ने के पत्र में देशमुख पर कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य देने का सनसनीखेज आरोप लगाया था।
मुंबई पुलिस में अधिकारी वाजे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने 25 फरवरी को अंबानी के आवास के पास खड़ी एक स्कॉर्पियो कार से जिलेटिन की छड़ें बरामद की गई थीं। इसके बाद कथित कार मालिक मनसुख हिरेन का शव कुछ दिनों बाद संदिग्ध हालात में पाया गया था। इसी मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को गिरफ्तार किया गया है। वाझे विख्यात एंकाउंटर स्पेशलिस्ट रहे हैं और पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उनको पहले भी निलंबित किया जा चुका है।
वहीं, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ तत्काल व निष्पक्ष जांच के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।