एक बहुत बड़े घटनाक्रम में भाजपा को बड़ा झटका देते हुए तीन दिन पहले उप मुख्यमनत्री पद की शपथ लेने वाले एनसीपी के बागी अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह शिव सेना-कांग्रेस-एनसीपी खेमे की बड़ी जीत है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस भी शाम ३.३० प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं और संभावना है कि वे भी इस्तीफा देने की घोषणा कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो कल होने वाला फ्लोर टेस्ट संभवता नहीं होगा।
आज सुबह सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद शरद पवार, सुप्रिय सुले और अन्य वरिष्ठ एनसीपी नेता अजित पवार से मिले थे। सूत्रों के मुताबिक इसमें शरद पवार ने अजित पवार से साफ़ कह दिया था कि वे अकेले पड़ चुके हैं और और इस्तीफे के अलावा उनके पास कोइ चारा नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार ने कहा कि अजित पवार इस्तीफा दे देते हैं तो वे उन्हें माफ़ कर देंगे। इसके एक घंटे बाद ही अजित पवार के इस्तीफे की खबर आ गयी। इससे पहले राजनीतिक हलकों में बहुत उच्च स्तर पर यह चर्चा भी रही कि यह सारा तमाशा भाजपा को ‘एक्सपोस” करने के लिए गड़ा गया था। हालाँकि ऐसा पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।
पता चला है कि अजित पवार ने अपना इस्तीफा सीएम फडणवीस को सौंप दिया है। उनके बड़े समर्थक धनंजय मूंदे पहले ही शरद पवार से आ मिले थे। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार सुबह ही महाराष्ट्र में सरकार के मसले पर शिव सेना-कांग्रेस-एनसीपी की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय की जस्टिस एनवी रमना, अशोक भूषण और संजीव खन्ना की बेंच ने आदेश दिया था कि २७ नवंबर को शाम ५ बजे से पहले फ्लोर टेस्ट किया जाये। प्रो-टीम स्पीकर विधायकों की शपथ करवाएं और फिर फ्लोर टेस्ट हो जिसका लाइव टेलेकास्ट हो। सीक्रेट बैलट नहीं होगा। पूरी कार्यवाही की वीडियो रेकार्डिंग के भी निर्देश सर्वोच्च अदालत ने दिए हैं।