यह दिलचस्प ही है कि देश में बीसीसीआई की टीम की बागडोर जहां पूर्व भारतीय ऑल राउंडर रोज़र बिन्नी के हाथ में है, वहीं अब सीनियर टीम के मुख्य चयनकर्ता भी एक ऑल राउंडर अजित अगरकर बन गए हैं। अजित अगरकर 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे। उन्हें चेतन शर्मा की जगह यह पद मिला है जो इस साल के शुरू में एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आने किए बाद बाहर हो गए थे।
अगरकर को पिछली रात बीसीसीआई की कमेटी ने चयनकर्ताओं की टीम के नए चेयरमैन के रूप में चुना। उन्होंने हाल में दिल्ली कैपिटल्स की आईपीएल टीम के साथ असिस्टेंट कोच के रूप में अपना करार ख़त्म कर दिया था जिसके बाद उनके मुख्य चयनकर्ता बनने की चर्चा तेज हो गयी थी।
यह माना जाता है कि वे बीसीसीआई के सचिव जय शाह की पसंद हैं। इधर उनके चयन को लेकर बोर्ड ने बताया – ‘अगरकर को टेस्ट मैचों में सीनियरिटी के आधार पर चीफ सिलेक्टर बनाया गया है’। बीसीसीआई ने अगरकर के चयन का रास्ता साफ़ करने के लिए इस पद की आयु सीमा को भी 60 साल से काम करके 45 साल कर दिया था।
अगरकर भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेले हैं और अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने विकेट लिए हैं। उन्होंने टेस्ट में 58, वनडे में 288 और टी-20 इंटरनेशनल में 3 विकेट लिए हैं। अजित अगरकर 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे।
बता दें अगरकर वनडे में सबसे तेज अर्धशतक जमाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 21 बॉल पर अर्धशतक जमाया था। यही नहीं वे सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी हैं। उन्होंने 23 मुकाबले में यह कारनामा किया था।