राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल मंगलवार को # मीटू कैम्पेन के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे पूर्व सम्पादक और मोदी सरकार में विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर से मिलने पहुंचे। आरोपों के बीच अकबर कुछ रोज पहले ही नाईजीरिया के दौरे से लौटे हैं। जानकारी के मुताबिक डोवाल की अकबर से मुलाक़ात ”रूटीन” की है।
गौरतलब है कि अपने ऊपर आरोपों के बाद अकबर कुछ रोज पहले ही देश लौटे हैं। अकबर ने # मीटू कैम्पेन के तहत आरोपों के बाद पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ सोमवार को आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। अकबर ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में भारतीय दंड संहिता की धारा
४९९ और ५०० के तहत आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया है। बड़ी दिलचस्प बात यह है कि अकबर का केस लड़ने वाला वकील खुद यौन उत्पीड़न के आरोपी है। अकबर की तरफ से एक-दो नहीं छह दर्जन वकील मुकद्दमा लड़ेंगे।
कोर्ट में दायर याचिका में अकबर ने कहा है कि इस मामले में आरोपी प्रिया रमानी पेशे से पत्रकार हैं। ”उनके आरोपों से मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को भारी धक्का लगा है”। याचिका के मुताबिक आरोपी ने उनके खिलाफ अखबार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया में उनके खिलाफ लिखा जिससे उनकी प्रतिष्ठा को बहुत नुक्सान पहुंचा है। ”ये आरोप झूठे, मानहानि करने वाले और बदनीयती से लगाये गए हैं”।
अकबर ने याचिका में छह गवाहों का भी जिक्र किया है। इस धारा में यदि प्रिया केस हार गईं तो उन्हें दो साल तक की सजा हो सकती है। मोदी सरकार में मंत्री अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद भाजपा को फजीहत झेलनी पड़ी है। फिलहाल सरकार ने अभी तक अकबर के खिलाफ कुछ नहीं कहा है और वो उनके साथ खड़ी दिखती है।