अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के डॉ दाभोलकर हत्यारा गिरफ्तार

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र दाभोलकर की  पांचवीं पुण्यतिथि के  पहले उन पर गोलियां चलाने वाले आरोपियों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।

20 अगस्त को डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या को 5 साल पूरे हो रहे हैं। 20 अगस्त 2013 अगस्त के दिन पुणे के ओमकारेश्वर पुल पर दो अज्ञात लोगों ने डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर पर गोलियां चलाई थी जिनसे उनकी मौत हो गई थी।

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र दाभोलकर की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपीयों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। डॉक्टर नरेंद्र की हत्या से संबंधित इस गिरफ्तारी को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है । 20 अगस्त को डॉ नरेंद्र दाभोलकर की हत्या को 5 साल पूरे होने जा रहे हैं अपराधियों को ना पकडे जाने को लेकर सरकार की बड़ी किरकिरी हो रही थी। डॉ दाभोलकर के पुत्र हमीद ने कहा कि यदि दाभोलकर की हत्या के मामले में कार्रवाई तेजी से होती और समय रहते अपराधी पकड़ लिया जाते तो अन्य  हत्याएं टालीं जा सकती थी। डॉ दाभोलकर की हत्या के बाद के बाद 16 फरवरी को कम्युनिस्ट लीडर गोविंद पानसारे पर  गोलियां चलाई गई थी जिसमें वह बुरी तरह घायल हुए थे और कुछ दिनों बाद उनकी मौत हो गई यह घटना कोल्हापुर की है। महाराष्ट्र की इन दो घटनाओं के बाद कर्नाटक की लेखिका गौरी लंकेश की हत्या भी गोली मारकर उनके बाहर घर के बाहर कर दी गई थी।

पिछले दिनों नालासोपारा में बरामद विस्फोटक विस्फोटकों की जांच के दौरान सीबीआई टीम को संदेहास्पद शरद के मित्र सचिन अंदुरे के बाबत जानकारी मिली इसी आधार पर सचिन को गिरफ्तार किया गया और इसी सिलसिले में हुई पूछताछ के दौरान सचिन से डॉ दाभोलकर के हत्यारों की कड़ियां खुलती चली गई।दावा किया जा रहा है कि डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या सचिन ने ही की थी दाभोलकर पर सचिन ने ही गोलियां चलाई थी।

शरद कळसकर से पूछताछ के दौरान सचिन अंदुरे का नाम सामने आया। सचिन अंदुरे और शरद कळसकर दोनों गहरे मित्र हैं। अपराध में सचिन की संलिप्तता को देखते हुए एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया और सीबीआई को सौंप दिया है । नालासोपारा विस्फोटक मामले में एटीएस ने वैभव राऊत, सुधन्वा गोंधळेकर और शरद कळसरकर को गिरफ्तार किया हैै। एटीएस के अनुसार  शरद कळसरकर ने  डॉ दाभोलकर की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकारी है। इसी सिलसिले  में जालना से रीकांत पांगारकर नामक एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। सचिन नालासोपारा विस्फोटक मामले में आरोपी शरद का करीबी मित्र है ।सचिन औरंगाबाद के राज बाजार ग्वार फली इलाके में किराए पर रह रहा था। वह निराला बाजार के एक कपड़े की दुकान पर दुकान में काम कर रहा था। एटीएस ने 14 अगस्त को सचिन को गिरफ्तार किया था।

हाल ही में कोर्ट ने  डॉ दाभोलकर और पानसारे की हत्याओं की जांच में हो रही ढिलाई को लेकर जांच एजेंसियों को फटकार लगाई थी। डॉक्टर दाभोलकर के पुत्र हामिद ने भी कहा कि गिरफ्तारीयां इसलिए हो सकी है क्योंकि कोर्ट ने जांचकार्य को काफी नजदीकी से देखना शुरु किया था ।

गोविन्द‌ पानसारे कम्युनिस्ट पार्टी के नेता थे और डॉ दाभोलकर द्वारा समाज में फैले जादू टोना, अंधविश्वास आदि के खिलाफ सामाजिक जागरण अभियान में सहयोग करते थे।

इसी बीच गौरी लंकेश की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों के पास से मिली डायरी में कोडवर्ड में लिखी गई जानकारियों के चलते डॉ दाभोलकर के पुत्र हमीद और उनके परिजनों की सुरक्षा को चाक चौबंद कर दिया गया है । सूत्रों के अनुसार उन डायरियों में इनके नाम लिखे गए थे।