राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव नतीजों को ‘स्वीकार न करने’ और ‘कानूनी लड़ाई लड़ने’ की बात कहने के बाद चुनाव नतीजे आने से पहले ही राजनीतिक गातोरोध की स्थिति बनने लगी है। ट्रंप पिछले दो महीने से यह कह रहे हैं कि वे ऐसे चुनाव नतीजों को स्वीकार नहीं करेंगे, जिसमें उनकी हार दिखाई जाएगी। अब उनके डेमोक्रेट प्रतिद्वंदी जो बाइडन ने बिना उनका नाम लिए कहा है कि ‘गुस्सा थूकिए, हम विरोधी हो सकते हैं, लेकिन दुश्मन नहीं। हम सब अमेरिकी हैं’। साथ ही समर्थकों से बाइडन ने कहा – ‘इसमें कोई शक नहीं कि डेमोक्रेट्स चुनाव जीतने जा रहे हैं।’ फिलहाल चार बहुत महत्वपूर्ण राज्यों जॉर्जिया, नेवादा, पेनसिल्वेनिया और एरिजोना, जहां कुल 53 इलेक्टोरल वोट हैं और जो सारे चुनाव का खेल बदल सकते हैं, उनमें फिलहाल बाइडन आगे हैं। जीत के लिए 270 वोट जरूरी हैं और बाइडन अभी तक ट्रंप से काफी आगे चल रहे हैं। इस बीच अमेरिकी की सीक्रेट सर्विस ने बाइडन की बढ़त को देखते हुए उनकी सुरक्षा को मजबूत कर दिया है और उनके घर के इलाके के आसमान को ‘नो फ्लाई जॉन’ घोषित कर दिया गया है।
बाइडन ने शनिवार देश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने ट्रंप के चुनाव नतीजों को ‘न मानने’ और मेल-इन वोटों में गिनती को धांधली बताने के बाद देश में राजनीतिक पारे को ठंडा करने की कोशिश की। अपने संबोधन में बाइडन ने ट्रंप का नाम तो नहीं लिया लेकिन उन्हें संबोधित करते हुए कहा – गुस्सा थूकिए, हम विरोधी हो सकते हैं, लेकिन दुश्मन नहीं। हम सब अमेरिकी हैं।
साथ ही बाइडन ने अपने डेमोक्रेट समर्थकों से कहा – ‘इसमें कोई शक नहीं कि डेमोक्रेट्स चुनाव जीतने जा रहे हैं। अमेरिकी जनता ने हमें सरकार चलाने का जनादेश दिया है। देश चाहता है कि वो फिर एकजुट होकर आगे बढ़े। आप धैर्य रखें। आज हम वही साबित कर रहे हैं जो 244 साल पहले (1776 में) किया था। और वो यह है कि लोकतंत्र कामयाब और कारगर है। आपका हर वोट गिना जाएगा।’ देश में तनाव को देखते हुए बाइडन ने अपने समर्थकों से शांति बाजनाए रखने की भी अपील की है।
अमेरिका के मीडिया में चुनाव में लेकर दो धड़े बने हुए हैं। इनमें मीडिया का एक बड़ा वर्ग बाइडन के साथ दिख रहा है। सीएनएन ने तो बाइडन को ‘प्रेजिडेंट इलेक्ट’ तक कहना शुरू कर दिया है। हालांकि, कल यह खबर आई थी कि फॉक्स न्यूज ने अपने टीम को बाइडन को मजबूत बढ़त के बावजूद ‘प्रेजिडेंट इलेक्ट’ न कहने की हिदायत जारी की थी।
उधर कुछ राज्यों में गिनती पर सवाल खड़े कर रहे ट्रंप ने कहा – ‘बीते दो-तीन दिन में नंबर्स (वोट काउंट) किस तरह बढ़ रहे हैं, मैं इसका स्पष्टीकरण चाहता हूं। चुनाव की रात में मैं सभी राज्यों में लीड कर रहा था। जैसे ही कुछ दिन गुजरे, ये लीड कम हो गई। जैसे ही कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, शायद हमारी लीड भी बढ़ेगी। जो बाइडन को प्रेसिडेंट ऑफिस पर गलत दावा नहीं करना चाहिए। मैं भी ऐसा दावा कर सकता हूं। कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।’
ट्रंप को लेकर अमेरिका में अब बड़े स्तर की चर्चा शुरू हो गयी है। यह आशंका जताई जाने लगी है कि ट्रंप हार के बावजूद ‘व्हाइट हॉउस’ छोड़ने में आनाकानी कर सकते हैं। ऐसा होता है तो यह अभूतपूर्व स्थिति होगी। इसमें अमेरिका की सीक्रेट सर्विस और सेना का क्या रोल रहेगा, यह भी महत्वपूर्ण होगा।
सीक्रेट सर्विस का जिम्मा होता है कि वह व्हाइट हाउस में ”अवांछित तत्वों’ को किसी भी सूरत में न रहने दे। बाइडन चुनाव जीत जाते हैं और ट्रंप व्हाइट हाउस न छोड़ने पर अड़ जाते हैं तो वो कानूनी रूप से ‘अवांछित तत्व’ माने जाएंगे। ऐसे में सीक्रेट सर्विस का रोल महत्वपूर्ण हो जाएगा और उन्हें ट्रंप को बाहर करना होगा। अमेरिका में चुनाव नतीजे आने के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा की एक लंबी प्रक्रिया है, जिसके चलते नया राष्ट्रपति जनवरी में जाकर ही पूर्ण अधिकार हासिल कर पाता है। फिलहाल तो नतीजे का इन्तजार है।
इस बीच अमेरिकी की सीक्रेट सर्विस ने बाइडन की बढ़त को देखते हुए उनकी सुरक्षा को मजबूत कर दिया है और उनके घर के इलाके के आसमान को ‘नो फ्लाई जॉन’ घोषित कर दिया गया है।
अभी तक की गिनती में बाइडन 4 बड़े राज्यों पेन्सिलवेनिया, एरिजोना, जार्जिया और नेवादा में बढ़त पर हैं। ट्रंप की नॉर्थ कैरोलिना और अलास्का में बढ़त है, लेकिन इससे उन्हें लाभ नहीं होगा और पेन्सिलवेनिया में जीतना जरूरी होगा। सीएनएन के मुताबिक बाइडन को अब तक 253 और ट्रंप को 213 इलेक्टोरल वोट मिले हैं।राष्ट्रपति बनने के लिए 270 का आंकड़ा चाहिए।
पॉपुलर वोट में भी बाइडन ट्रंप से आगे हैं। बाइडन के जहां 74387118 पॉपुलर वोट हैं, वहीं ट्रंप के वोटों की संख्या 70205202 है। हालांकि, पॉपुलर वोट जीत में निर्णायक नहीं माने जाते लेकिन इससे यह संकेत मिलता है कि देश में राष्ट्रपति होने की पहली टर्म में ही ट्रंप अपने नए प्रतिद्वंदी से लोकप्रियता में पीछे हैं। बता दें पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भी ट्रंप चुनाव जीतने के बावजूद पॉपुलर वोट पाने में अपनी प्रतिद्वंदी हिलेरी किलंटन से पिछड़ गए थे।
अभी तक की गिनती के मुताबिक जॉर्जिया (16 इलेक्टोरल वोट) में 99 फीसदी गिनती के बाद बिडेन को ट्रंप पर 4,430 वोटों की बढ़त है। नेवादा (6 इलेक्टोरल वोट) में बिडेन अपने प्रतिद्वंदी ट्रंप से 22,657 वोटों से आगे निकल गए हैं। पेनसिल्वेनिया (20 इलेक्टोरल वोट) में बिडेन प्रतिद्वंदी ट्रम्प से 28,833 आगे हैं। यह राज्य हारने की स्थिति में ट्रंप के लिए व्हाइट हाउस का रास्ता असंभव हो जाएगा। एरिजोना (11 इलेक्टोरल वोट) में बिडेन रिपब्लिकन ट्रंप के मुकाबले एक प्रतिशत वोटों से आगे चल रहे हैं।