15 मई 2015 को जमानत पर रिहा हुए नरेश को एक बात बार-बार परेशान करती है और वो ये है कि अगर वो निर्दोष साबित होते हैं तो उन दो-ढाई सालों का क्या होगा जो उन्होंने जेल में बिताया. नरेश कहते हैं, ‘आज मेरा परिवार अगर शहर में रह रहा होता या घर में मैं अकेला होता तो मेरी पत्नी और बच्चे सड़क पर होते. वो तो भला हो मेरे भाइयों का जिन्होंने मेरी पत्नी और बच्चों का ख्याल रखा. इसी देश में सलमान खान को दोषी साबित होने के बाद भी जमानत मिल जाती है लेकिन मेरे जैसे कमजोर लोग बिना दोषी साबित हुए सालों-साल जेल में रहते हैं. सलमान खान के पास तो इतना पैसा है कि अगर वो जेल में रहते तब भी उनके परिवार का कुछ नहीं बिगड़ता लेकिन मेरे साथ तो ऐसा नहीं था. अब तक मुझ पर दोष साबित नहीं हुआ है लेकिन मैं जेल की सजा काट चुका हूं. मेरी नौकरी जा चुकी है और आज मैं बेरोजगार हूं. अगर मैं निर्दोष साबित होता हूं तो क्या मुझे दोबारा मारुति में नौकरी मिलेगी. पिछले दो साल की सैलरी मिलेगी?’
हम नरेश द्वारा उठाए गए इन सवालों का जवाब देने में असमर्थ हैं और शायद हमारी असमर्थता को नरेश भांप लेते हैं. वह खुद ही अपने सवालों का जवाब देते हुए कहते हैं, ‘मुझे ऐसी कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है कि ये सब मुझे वापस मिलेगा क्योंकि जिस राज में बिना किसी गलती के सालों की जेल मिलती हैं वहां कुछ वापस नहीं मिलता, केवल छीना जाता है. आज मेरा सब कुछ छिन चुका है.’