‘बिहार के लोग लालू और नीतीश से ऊब गए हैं, अब वे बदलाव चाहते हैं’

यह उनके ऊपर है. मैं कभी भी उनके किसी काम में दखल नहीं देता. उन्हें पहले सीखने दीजिए, क्योंकि वे राजनीति में अभी नए हैं. उन्हें अभी लंबा सफर तय करना है, लेकिन अगर आप मुझसे पूछते ही हैं तो मैं नहीं चाहूंगा चिराग खुद को राज्य की राजनीति तक सीमित रखें.

Chirag and Ramvilas Paswan by Vijay Pandey web
फोटो- विजय पांडेय

हां, इसलिए क्योंकि मांझी जब जदयू के साथ थे तो उनके दो सहयोगी चिराग के निर्वाचन क्षेत्र से विधायक थे. उन दोनों विधायकों ने लोकसभा चुनाव के समय उनकी कोई भी मदद नहीं की थी. इसलिए चिराग उनके खिलाफ थे.

क्या आपको लगता है कि मांझी को भाजपा में इसलिए लाया गया ताकि आपका विरोध किया जा सके? क्या मांझी आपका राजनीतिक करिअर प्रभावित कर सकते हैं?

नहीं, मुझे नहीं लगता कि राजग मेरे लिए ऐसा कुछ करेगी. पार्टी में उनकी (मांझी) मौजूदगी मुझ पर कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी. वास्तव में मांझी के पार्टी में साथ आने से मैं खुश हूं.

अरविंद केजरीवाल जदयू को समर्थन दे रहे हैं? आप इस पर क्या कहना चाहेंगे?

केजरीवाल खुद बहुत सारे विवादों में फंसे हुए हैं, जदयू को प्रमाण पत्र देने वाले वे कौन होते हैं?

आपको क्या लगता है राम विलास पासवान, लालू या नीतीश में से कौन बिहार का बेहतर मुख्यमंत्री साबित हो सकता है?

आप ये सब एक बार में ही जान जाएंगे, बस मतदान हो जाने का इंतजार कीजिए.

जहां तक हम देख रहे हैं, मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए सभी दल नई-नई तकनीकों का सहारा ले रहे हैं. मतदान में तकनीक किस तरह की भूमिका अदा करती है?

बहरहाल, तकनीक का इस्तेमाल एक सहायोगी के तौर पर किया जा सकता है, लेकिन यह मतदाताओं की सोच नहीं बदल सकता. इसका नमूना हम दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में देख सकते हैं. भाजपा ने नई तकनीक के सारे हथकंडे अपनाए, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा.

बिहार चुनाव में राजग किन मुद्दों के साथ मैदान में उतर रही है?

राजग के लिए बुनियादी विकास का मुद्दा अहम है. बिहार में चार हजार से ज्यादा गांव ऐसे हैं, नियमित रूप से बिजली नहीं पहुंच पाती. प्रति व्यक्ति आय बहुत कम है और औद्योगिक विकास दर शून्य है. जैसा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में दिए गए भाषण में प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि हमारा मुख्य एजेंडा बिहार का विकास है. वर्तमान में यहां के हालत मुझे हैरान कर देते हैं. लोगों के पास खाने को खाना नहीं है, लेकिन सरकार संग्रहालय बनवाने के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च कर रही है.

क्या बिहार चुनाव से पंजाब और उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में राजग का प्रदर्शन प्रभावित होगा?  

हां बिल्कुल, बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. अंततः मुझे विश्वास है कि बिहार के लोग लालू और नीतीश कुमार से ऊब गए हैं और वे बदलाव चाहते हैं

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