71 साल बाद भारत ने जीती टेस्ट सीरीज़

आखिर 71 साल और 11 श्रृंखलाओं के बाद भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल हुई। विराट कोहली की टीम ने वह कर दिखाया जो 1947-48 से 2014-15 तक कोई भी टीम नहीं कर पाई थी।  भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने आस्ट्रेलिया पर 2-1 से मिली जीत की तुलना 1983 में भारत के विश्व कप में हुई जीत से की है। उन्होंने  कहा कि यह जीत केवल आस्ट्रेलिया में ही नही हुई है असल में इसकी  नींव तो 12 महीने पहले दक्षिण अफ्रीका के दौरे से हुई है। वहां हमें पता चला कि हमें किस तरह की क्रिकेट खेलना चाहिए। हमने विभिन्न ‘कंबिनेशन’ खेले और देखा कि कौन सा ‘कंबीनेशन’ सबसे सही बैठता है। हमने दक्षिण अफ्रीका के बाद इंग्लैंड के दौरे पर बहुत कुछ सीखा। वहां हमने गलतियां की जिन्हें हमने यहां सुधार लिया।

 चैथा और  अंतिम टेस्ट मैच खराब मौसम के कारण ‘ड्रा’ रहा लेकिन भारत तीन में से दो टेस्ट मैच जीत कर श्रृंखला में अजेय बढ़त बना चुका था। यह तो आस्ट्रेलिया का भाग्य अच्छा था कि बारिश ने उसकी इज्जत रख ली नहीं तो यह श्रृंखला भारत के हाथ 3-1 से आ जाती। अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 622 रन बना कर घोषित कर दी। इसके जवाब में आस्ट्रेलिया की पहली पारी 300 पर सिमट गई। भारत ने आस्ट्रेलिया   को ‘फालोआन’ करने पर मजबूर कर दिया। आस्ट्रेलिया अपने घर में 30 साल बाद ‘फालोआन’ करने पर मजबूर हुआ। यह भी एक रिकार्ड है। दूसरी पारी में मेजबान टीम के छह रन ही बने थे जब मौसम ने खेल को बाधित कर दिया।

सबसे बड़ी बात यह रही कि भारत की पारी में चेतेश्वर पुजारा ने शानदार 193, ऋषभ पंत  ने नाबाद 159, रविंद्र जाडेजा ने प्रभावशाली 81 और मयंक अग्रवाल ने 77 रनों का योगदान दिया। पुजारा का यह लगातार तीसरा शतक था। आस्ट्रेलिया की ओर से नाथन लियोन 178 रन देकर चार विकेट लेेने में सफल रहे।

इसके जवाब में आस्ट्रेलिया की टीम कुलदीप यादव की घूमती गेंदों का सामना नहीं कर सकी और 300 पर आउट हो गई। यादव ने 98 रन देकर आधी टीम  को पेवलियन भेज दिया। रविंद्र जाडेजा और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट लिए, एक खिलाडी को जसप्रीत बुमरा ने आउट किया। मेजबान टीम के लिए मारकस हैरिस ने सर्वाधिक 79 रन बनाए।

इससे पूर्व तीसरे टेस्ट मैच में भी भारत का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने सात विकेट पर 443 रन बनाकर पारी समाप्ति की घोषणा कर दी थी। इस पारी में पुजारा ने अपना दूसरा शतक (106) बनाया था। विराट कोहली 82 रन बना कर आउट हुए जबकि रोहित शर्मा 63 रनों पर नाबाद रहे। पैट कुमिंस ने तीन और मिशेल स्टार्क ने दो और जोश हैज़वुड और लियोन नाथन को एक-एक विकेट मिला । इसके जवाब में आस्ट्रेलिया की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। उसके खिलाडी 151 रन ही जोड़ पाए। इस पारी में जसप्रीत बुमरा ने कहर बरसा दिया और मेजबान टीम के छह खिलाडिय़ों को पेवलियन की राह दिखाई। रविंद्र जाडेजा को दो और ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी को एक-एक विकेट मिले।

292 रनों की बढ़त लेने के बावजूद भारत ने मेजबान टीम से फालोआन नहीं करवाया। पर दूसरी पारी में भारत के विकेट भी पत्तों की तरह बिखरे और टीम का स्कोर आठ विकेट पर 106 रन हो गया। इसी स्कोर पर भारत ने पारी घोषित कर दी। इस प्रकार आस्ट्रेलिया को जीत के लिए दूसरी पारी में 399 रनों की ज़रूरत थी। भारत की इस पारी में पैट कुमिंस ने 27 रन देकर छह विकेट लिए। भारत के लिए पहली पारी में शतक जडऩे वाले पुजारा दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले कुमिंस का शिकार हो गए। कप्तान कोहली भी चार गेंदों में बिना कोई रन बनाए कुमिंस की गेंद पर आउट  हो गए। इन दोनों के कैच मारकस हैरिस ने लपके।

399 के लक्ष्य  पीछा करती आस्ट्रेलिया की टीम अपनी दूसरी पारी  में भी लडख़ड़ा गई और पैट कुमिंस के 63 रनों के बावजूद 261 रन पर आउट हो गई। इस प्रकार भारत ने यह टेस्ट मैच 137 रन से जीत लिया।

आस्ट्रेलिया के इस दौरे में भारत की शुरूआत जीत के साथ हुई थी। चेतेश्वर पुजारा के 123 रनों की पारी की बदौलत भारत पहली पारी में 250 रन बनाने में सफल रहा। पुजारा को छोड़ और कोई भारतीय बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। इसके जवाब में मैदान में उतरी मेजबान टीम 235 रनों पर ही सिमट गई। इस पारी में बुमरा और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी को दो-दो विकेट मिले।

इस प्रकार भारत पहली पारी में 15 रन की बढ़त ले सका। दूसरी पारी में भारत थोड़ा संभल कर खेला। इस बार पुजारा के साथ अजिंके रहाणे ने  भी अच्छी बल्लेबाजी की। यहां पुजारा ने 71 और रहाणे ने 70 रनों का महत्वपूर्ण योगदान किया। इस कारण भारतीय टीम 307 रन बनाने में सफल हो गई। अब आस्ट्रेलिया को जीत के लिए अपनी दूसरी पारी में 323 रन बनाने की चुनौती मिली। इस समय मैच बराबरी की स्थिति पर था। पर बुमरा, अश्विन और शमी की घातक गेंदबाजी के कारण मेजबान टीम 291 रन पर ही आउट हो गई। इस प्रकार भारत ने 31 रन से यह मैच जीत लिया। इस तरह भारत को 1-0 की  बढ़त हासिल हो गई।

दूसरे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में भारतीय टीम विराट कोहली के शतक (123) के बावजूद 283 रन ही बना सकी। इस तरह मेजबान टीम 423 रनों की बढ़त पाने में सफल हो गई। आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 243 रन बनाए और भारत के सामने जीत के लिए 287 रन बनाने का लक्ष्य रखा। पर भारतीच बल्लेबाजी पूरी तरह से बिखर गई और पूरी टीम 140 रन ही बना सकी। इस प्रकार आस्ट्रेलिया ने 146 रन से यह मैच जीत कर श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली थी।