124 साल में पहली बार टले ओलंपिक खेल

ओलंपिक के साथ-साथ वल्र्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी टल गयी है

कोरोना वायरस के भय से न केवल कामकाज पर, बल्कि खेलों पर भी असर हुआ है। इस खतरनाक वायरस के चलते कई अंतर्राष्ट्रीय खेल टल गये हैं। इनमें कुछ प्रमुख भी थे।

आईओसी ने कोरोना वायरस के चलते ओलंपिक खेलों को एक साल के टाला है। अब यह बात इतिहास में दर्ज हो गयी है कि ओलंपिक खेलों को 124 साल बाद टाला गया है। इससे पहले 1940 में जब जापान के टोक्यो को पहली बार ओलंपिक खेलों की मेज़बानी मिली थी, तब  चीन से युद्ध की वजह से उन्हें रद्द करना पड़ा था। बताया जा रहा है कि 124 साल के इतिहास में तीन बार ओलंपिक खेलों को रद्द किया जा चुका है; लेकिन टाला पहली बार गया है। इससे पहले प्रथम विश्व युद्ध के चलते 2016 में बर्लिन में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों को रद्द करना पड़ा था। वहीं, 1940 में  टोक्यो में आयोजित होने वाले 1944 में लंदन में होने वाले ओलंपिक खेलों को रद्द करना पड़ा था।

अमेरिका के यूजीन में सन् 2021 में 6 से 15 अगस्त होने वाली वल्र्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप को टाला जा चुका है। यह चैंपियनशिप अब सन् 2022 में होगी। यह फैसला टोक्यो ओलंपिक टलने और उनकी नयी तारीख आने के बाद लिया गया है। बता दें कि टोक्यो गेम्स इसी साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होने थे, जो कि सन् 2021 तक टाल दिये गये हैं।

वल्र्ड एथलेटिक्स ने ओलंपिक की नयी तारीखों का स्वागत किया है। उसने कहा है कि इससे खिलाडिय़ों को ट्रेनिंग और स्पर्धा के लिए पर्याप्त समय भी मिल जाएगा। वल्र्ड एथलेटिक्स ने साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन से इस बारे में चर्चा करने को कहा है। बता दें कि बॄमघम में सन् 2022 में 27 जुलाई से 7 अगस्त तक कॉमनवेल्थ गेम्स भी होने हैं।

भारत को झटका

इधर, फेडरेशन (सीजीएफ) ने भारत को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, सीजीएफ ने सन् 2022 में बॄमघम के कॉमनवेल्थ गेम्स में कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने के लिए भारत के खिलाडिय़ों की संख्या को सीमित कर दिया है। यहाँ तक कि सीजीएफ ने इन खेलों के निर्धारित कार्यक्रम में भारत का ज़िक्र शूटिंग और तीरंदाज़ी में किया ही नहीं है। सीजीएफ ने पैरास्पोट्र्स समेत 31 खेलों में खिलाडिय़ों की भागीदारी सुनिश्चित की है, जिसमें शूटिंग और तीरंदाज़ी जैसे भारत के खास खेलों में भारत का ज़िक्र ही नहीं है। सीजीएफ ने 15 खेलों में भारतीय दल की भागीदारी का कोटा मात्र 109 निर्धारित किया है। सीजीएफ ने यह भी तय किया है कि इन खेलों में 45,00 से अधिक खिलाड़ी भाग नहीं ले सकेंगे।

टोक्यो में सम्भव मैराथन और रेस वॉक

कोरोना के चलते ओलंपिक गेम्स के टलने के बीच कुछ खेलों के स्थान भी लगभग तय ही माने जा रहे हैं। मैराथन और रेस वॉक का आयोजन टोक्यो (जापान) में हो सकता है। बताया जा रहा है कि इन खेलों की तैयारी पर जापान अब तक करीब 12.6 अरब डॉलर खर्च कर चुका है। इन खेलों का कुल अनुमानित खर्च करीब 25 अरब डॉलर है। इन खेलों में 11 हज़ार से अधिक खिलाड़ी भाग ले सकते हैं।