हेली टैक्सी योजना पर भड़के अग्निहोत्री

सीएम जयराम से पूछा, क्या अफसरों ने अड़ंगा लगा दिया !

हिमाचल में बहुचर्चित हेली टैक्सी योजना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा की जय राम सरकार पर हमला किया है। प्रदेश में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को कहा कि पर्यटक सीजन चल रहा है और सरकार की हेली टैक्सी योजना हवा में लटकी रह गयी है।

अग्निहोत्री ने कहा हेली टैक्सी को लेकर जगह-जगह होर्डिंग लगे हैं। इससे पर्यटकों में भ्रम बन रहा है। मुकेश ने कहा – सीएम इस योजना को शुरू करते हुए बहुत उत्साहित थे। सरकारी हेलीकॉप्टर को हवाई टैक्सी में बदलने का दावा उन्होंने किया। लेकिन अब यह हेली टैक्सी है कहाँ। क्या सरकार ने इसे बंद कर दिया या अफसरों ने अड़ंगा लगा दिया।”

नेता प्रतिपक्ष ने राज्य की जय राम सरकार से पूछा कि क्या सरकार ने आनन-फ़ानन तमाम पहलुओं पर गौर किए बगैर योजना शुरू कर दी?

मुकेश ने कहा – ”फैसला पहले ग़लत था या अब है। सरकार को इस बारे में लोगों को बताना चाहिए। हेली टैक्सी को लेकर जगह-जगह लगे होर्डिंग्स भ्रम पैदा करते हैं। बेहतर होगा सरकार उन्हें भी हटा ले।”

अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने बीते बजट में जो तीस योजनाए दी थीं,   उनमें से अधिकतर टेक ऑफ़ नहीं कर पाईं हैं। मुख्य मंत्री सवाबलंबन योजना बुरी तरह पिट गई है जबकि इसे बेरोज़गारी दूर करने के लिए राम बाण के तौर पर प्रचारित किया गया। मुख्यमंत्री मेधा योजना शुरू नहीं हो सकीं।

उन्होंने दलील दी कि साल के अंत में ख़र्चा बुक कर जनता की आँखों में धूल  झोंकने की नोटंकी की जाएगी। ”हेली टैक्सी योजना की तरह योजनाएँ हबा में रह गईं । स्कूलो में वर्दी बैग योजना की भी हालत बिगाड़ दी। सरकार पूरे साल योजनाओं के प्रति उदासीन रही। यही नहीं सरकार ने अपने विजन डॉक्युमेंट में भी दिलचस्पी नहीं दिखाई।”

मुकेश ने कहा कि इसलिए कालेज छात्रों को लैप टॉप एक जीबी फ़्री डाटा के साथ हासिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि अगले बजट से पहले सरकार को पिछला हिसाब देना होगा। ”हालत यह है की एडीबी का पैसा डाइवर्ट किया जा रहा है जो किसी भी तरह जायज़ नहीं है।”

अग्निहोत्री ने कहा पूर्व सरकार की शुरू की बेरोज़गारी भत्ता योजना सरकार ने पूरी तरह ठप कर दी जो बेरोज़गारों से बहुत बड़ा धोखा है। ”भर्ती के लिए आऊटसोर्स का चोर दरवाज़ा खोला गया है। साल में जो उदघाटन हुए बह कांग्रेस शासन की योजनाएँ थीं। ”भाजपा राज में मामला एलान- बयान तक ही सीमित रहा।”