हिमा ने रचा इतिहास भारत को पहला स्वर्ण

अंतिम 50 मीटर में ज़ोदार फर्राटे के साथ रोमानिया की आंद्रेया मिकलोस को पीछे छोड़ चौथी लेन में भाग रही भारत की 18 वर्षीय हिमा दास ने आइएएएफ विश्व अंडर-20 एथलेटिक चैंपियनशिप में 400 मीटर का स्वर्ण पदक जीत कर एक नया इतिहास रच दिया। उन्होंने यह दूरी 51.46 सेकेंड में पूरी की। हालांकि गोल्ड कोस्ट में इस साल हुई राष्ट्रमंडल खेलों में हिमा ने 51.32 सेकेंड का समय निकाला था, लेकिन वहां वह छठे स्थान पर थी। इससे पूर्व पिछली चैंपियनशिप जो 2016 में हुई थी उसमें भारत के नीरज चोपड़ा ने जैवलियन थ्रो में स्वर्ण पदक जीत कर एथेलिटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीतने का श्रेय पाया था।

जहां तक ट्रैक की बात है तो उसमें किसी भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में मिल्खा सिंह के 1958 के राष्ट्रमंडल खेलों की 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने के बाद आज तक कोई पदक नहीं आया है। देखा जाए तो भारत की झोली में ट्रैक का यह स्वर्ण पदक 60 साल बाद आया है। उस समय था मिल्खा सिंह, समय निकाला था 46.6 सेकेंड, अब है हिमा दास समय 51.46 सेकेंड।

इसके अलावा सीमा पुनिया (2002) ने डिस्कस में कांस्य पदक और नवजोत कौर ढिल्लों (2014) ने डिस्कस में कांस्य पदक जीता था। इस प्रकार विश्व अंडर-20 एथलेटिक चैंपियनशिप में भारत अब तक कुल चार पदक जीते हैं – इन में दो स्वर्ण और दो कांस्य।

फिनलैंड में चल रही इस मौजूदा प्रतियोगिता में हिमा का स्वर्ण पदक उस समय ही पक्का हो गया था, जब उसने सेमीफाइनल ‘हीटÓ में सबसे बेहतर (52.25 सेकेंड) समय निकाला था। फाइनल में हिमा को रोमानिया की आंद्रेया मिकलोस से चुनौती मिलने की उम्मीद थी। शुरू के 350 मीटर तक रोमानिया की धाविका आगे थी, लेकिन अंतिम 50 मीटर में हिमा ने बाजी पलट दी। मिकलोस को 52.07 सेकेंड के समय के साथ रजत और अमेरिका की टेलर मैन्सन (52.28 ) को कांस्य पदक मिले।

श्रीराम सिंह का 42 साल पुराना रिकार्ड टूटा

उधर 58वीं अंतर राज्यीय एथलेटिक चैंपियनशिप में केरल के जिनसन जॉनसन ने 800 मीटर की दौड़ में 1:45.65 मिनट का समय निकाल कर महान धावक श्रीराम सिंह का 42 साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया। श्रीराम ने यह रिकार्ड 1976 के मांट्रियाल ओलंपिक में (1:45.77) बनाया था। इसके साथ वह एशियाई खेलों के योग्यता स्तर पाने में भी सफल हो गया। एशियाई खेलों को 800 मीटर की दौड़ का क्वालीफाईंग समय 1:47.50 मिनट है।

इससे पूर्व जॉनसन ने 2016 में बंगलूर में 1:45.98 का समय निकाला था। ”रिकार्ड तोडऩे के लिए ही बनाए जाते हैं। मुझे खुशी है कि जॉनसन ने मेरा रिकार्ड तोड़ा है।ÓÓ श्रीराम सिंह ने टिप्पणी की। इस मुकाबले का रजत पदक हरियाणा के मनजीत सिंह (1:46.24) और कांस्य मणिपुर के मोहम्मद अफसाल (1:46.79) को मिला। हरियाणा का ही बेअंत सिंह 1:46.92 मिनट का समय लेकर चौथे स्थान पर रहा।