हिमाचल के बाद गुजरात में भी भाजपा के लिए मुसीबत बने पार्टी के बागी नेता

हिमाचल की तरह गुजरात के विधानसभा चुनाव में भी बड़ी संख्या में बागी भाजपा के गले की फांस बन गए हैं। पार्टी नेताओं की लाख कोशिश के बावजूद एक विधायक और चार पूर्व विधायक पार्टी के खिलाफ बगावत करके निर्दलीय खड़े हो गए हैं।

विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कई विधायकों के टिकट काटे हैं लिहाजा उनमें से कुछ बागी तेवर अपनाये हुए हैं। एक विधायक और चार पूर्व विधायक मैदान में ताल ठोक चुके हैं जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ी हैं। अभी तक छह पार्टी नेताओं ने निर्दलीय के तौर पर नामांकन भरा है।

पहले चरण में 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए गुरुवार नामांकन वापसी का आखिरी दिन था। बागियों के खड़े होने से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार मुश्किल में फंस गए हैं। पूर्व विधायक और आदिवासी नेता हर्षद वसावा नर्मदा के नांदोद में निर्दलीय के रूप में मैदानब में डटे हुए हैं। जूनागढ़ में भाजपा के पूर्व विधायक अरविंद लडानी ने भी मैदान में ताल ठोंक राखी है।

यही नहीं भाजपा के वर्तमान एमएलए और दो पूर्व एमएलए भी दूसरे चरण के मतदान वाले चुनाव में निर्दलीय खड़े हैं। वाघोडिया से छह बार विधायक रहे मधु श्रीवास्तव का भाजपा ने टिकट काट दिया था जिसके बाद वे निर्दलीय मैदान में उत्तर गए हैं।