स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें ना मानी, तो 24 घंटे की हड़ताल की चेतावनी

कोरोना महामारी में दिन–रात एक कर लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाले दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय असहयोग आंदोलन कर दिल्ली सरकार को चेतावनी दी है, अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया, तो आने वाले दिनों में 24 घंटे तक का आदोंलन किया जायेगा।

दिल्ली राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुभाष ने बताया कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अभी 7 से 9 सितम्बर तक 3 दिवसीय असहयोग आंदोलन किया है। और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को सौंपा है। समिति के महासचिव बलवंत ने बताया कि एक ओर तो पहले सरकार कहती रही है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को कभी अनदेखा नहीं किया जायेंगा। लेकिन अब उनकी मांगों को कोई सरकार सुनती नहीं है।

प्रमुख मांगों में आऊटसोसिंग तुरन्त रूकनी चाहिये। ग्रुप डी और सी में खाली पद तुरन्त भरना चाहियें। काँन्ट्रैक्ट के सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाना जाये। कोरोना काल में डेथ होने पर कर्मचारियों को घर में जाकर चेक दिया जाये सहित अन्य मांगों से सरकार को अवगत कराया है। कर्मचारी नेता व मीडिया प्रभारी राजनारायण ने बताया कि एक ओर तो सरकार तामाद दावे कर कर्मचारियों को आश्वासन देती है कि कर्मचारियों की मांगों को तुरन्त सुना जायेगा पर धरातल पर कुछ नहीं है। अगर सरकार ने शीघ्र ही मांगों को नहीं माना तो 24 घंटे की हड़ताल करने को स्वास्थ्य कर्मचारी मजबूर होगें।