स्वदेशी ऐप ‘कू’  यूजर्स की संख्या 30 लाख के पार

हाल ही में शुरु किया गया भारतिय ऐप ‘कू’  (Koo App) के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है । ट्विटर के मुकोबले शुरू किये इस ऐप के अबतक 30 लाख से अधिक यूजर्स हो गये है। इस हफ्ते इस ऐप के डाउनलोड 10 गुना बढ़ा है।

ऐप के लोगो में ट्विटर के नीले पक्षी के विपरीत एक पीला पक्षी है। यह ऐप हिंदी, तेलुगु और बंगाली सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है।केंद्र सरकार के मंत्रियों और सरकारी विभागों का समर्थन मिलने के बाद लोग इसे तेज़ी से डाउनलोड कर रहे है।

पीयूष गोयल और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय जैसे कुछ मंत्रियों ने लोगों से कू को अपनाने की अपील भी की है,  जिसके चलते इसके यूजर्स की संख्या में तेजी से इज़ाफा हो रहा है।

कू के सह-संस्थापक मयंक बिदावत ने बताया कि उनके पास कू के लगभग 15 लाख एक्टिव यूजर्स सहित कुल 20 लाख से अधिक यूजर्स थे। अब, यूजर्स का आंकड़ा 30 लाख को पार कर गया है।

माइक्रो ब्लॉगिंग ऐप ट्विटर के साथ बढ़ते विवाद के बीच इस स्वदेशी ऐप को भारतीय यूज़र्स ज्यादा महत्व दे रहे है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ट्विटर से कई भड़काऊ पोस्ट को वापस लेने का आदेश दिया था, जिसको ट्विटर ने नज़रअंदाज़ कर दिया है। जिसके बाद मंत्रालय ने ट्विटर को अपना रुख बताने के लिए कू (Koo) के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है।

कू ऐप पिछले साल सरकार द्वारा शुरू की गई आत्मनिर्भर इनोवेशन चैलेंज के विजेताओं में से एक था। अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावत ने पिछले साल कू की शुरुआत की थी, ताकि यूजर्स को अपनी बात कहने और भारतीय भाषाओं के प्लेटफार्म के साथ जुड़ने का मौका मिल सके।

इससे पहले जनता के साथ संवाद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट मंत्रियों द्वारा ट्विटर का इस्तेमाल किया जाता रहा है।