सीडीएस चॉपर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमेटी करेगी : राजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में एक बयान में जानकारी दी कि सेना के जिस हेलीकाप्टर हादसे में बुधवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की जान चली गयी थी, उस घटना की जाँच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमिटी करेगी जिसका गठन कर दिया गया है। सेनाओं के तीनों अंगों से जुड़ी इस कमिटी ने जांच शुरू कर दी है। उधर संसद में आज दोनों सदनों में जनरल रावत और अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गयी।

जांच के लिए बनाई गयी कमिटी एमआई-17 हेलिकॉप्टर हादसे के हर पहलु को देखेगी। जांच समिति के अध्यक्ष एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। राजनाथ सिंह ने आज देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश पर संसद में पूरी जानकारी दी। उन्होंने हादसे के सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताईं।

इस बीच लोकसभा और राज्यसभा में सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई। हादसे को लेकर रक्षा मंत्री ने बताया – ‘जनरल रावत ने एयरफोर्स के एमआई हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी थी। उसे 12.15 बजे वेलिंगटन में लैंड करना था लेकिन 12.08 बजे पर हेलिकॉप्टर का एटीसी से संपर्क कट गया था। बाद में लोगों ने मिलिट्री हेलिकॉप्टर को मलबा देखा। उस मलबे से जितने लोगों को निकाला जा सका। उन सबको वेलिंग्टन पहुंचाया गया। जिन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई उनमें सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोग हैं।’

सिंह ने बताया कि हादसे में गंभीर घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सेना अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं और उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। वरुण सिंह  को कल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रक्षा मंत्री ने बताया – ‘एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच कमिटी ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।’

सिंह के बताया – ‘जनरल रावत ने अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ सुलुर से एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर वेलिंग्टन के लिए उड़ान भरी थी जिसे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में उतरना था। सुलूर एटीसी का 12 बजकर 8 मिनट पर हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया। बाद में कुन्नूर के पास जंगल में स्थानीय लोगों ने आग लगी देखी। मौके पर जाकर उन्होंने हेलिकॉप्टर को आग की लपटों से घिरा देखा जिसके बाद स्थानीय प्रशासन का एक बचाव दल वहां पहुंचा।’

रक्षा मंत्री के मुताबिक हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गई जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार और स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा – ‘सभी पार्थिव शरीर को वायु सेना के विमान से आज शाम तक दिल्ली लाया जाएगा। जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। दुर्घटना के बाद एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को कल ही दुर्घटना स्थल पर भेज दिया गया था और उन्होंने वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया।’