सिंघु बार्डर पर 40 किसान नेता अनशन पर बैठे, कई जगह किसानों का प्रदर्शन

मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दो हफ्ते से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संघों के नेता सोमवार को सिंघु बार्डर पर एक दिन के अनशन पर बैठ गए हैं। आज सुबह 8 बजे 40 किसान नेता अनशन पर बैठ गए और वे शाम 5 बजे तक अनशन पर रहेंगे। किसान आज शाम बैठक करेंगे और कल सिंघु बॉर्डर पर सभी संगठन मिलकर अगली रणनीति पर मंथन करेंगे। इस बीच सरकारी स्तर पर सक्रियता जारी है और आज कृषि पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक शुरू हो गयी है जिसमें  केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा अधिकारी भी शामिल हैं।

आज किसान आंदोलन का 19वां दिन भी है और किसानों ने साफ़ कर दिया है कि जब तक तीनों क़ानून मोदी सरकार वापस नहीं लेती है, आंदोलन जारी रहेगा। आज सुबह किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर के एनएच-9 पर जाम लगा दिया। उधर कांग्रेस ने किसानों के आंदोलन और आज के अनशन का समर्थन किया है। पार्टी ने कहा कि सरकार को तुरंत तीन विवादस्पद और जल्दी में पास किये गए कानूनों को वापस लेना चाहिए।

आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता भी अनशन कर रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल शाम चार बजे पार्टी दफ्तर में अनशन तोड़ेंगे। किसान आंदोलन के समर्थन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठ हुए हैं।

भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष मनजीत ने कहा – ‘हम सरकार को ये संदेश (भूख हड़ताल से) देना चाहते हैं कि जो अन्नदाता देश का पेट भरता है उसको आज आपकी गलत नीतियों की वजह से भूखा बैठना पड़ रहा है।’

किसान नेताओं ने सोमवार को भी अपना आरोप दोहराया कि सरकार उनके आंदोलन तो ख़त्म करने का षड्यंत्र रच रही है और नेताओं को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को इसमें सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि किसान एकजुट हैं। उधर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सरकार एमएसपी के मसले पर गुमराह कर रही है।

आज ही कृषि मामलों की जीओएम (ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स) की बैठक होनी है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहेंगे।

उधर किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ अनशन शुरू कर दिया है।  दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन से और लोगों के जुड़ने की संभावना है।  किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा, ‘किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने सिंघु बॉर्डर पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है’। जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर (राजस्थान-हरियाणा) पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है।