सजा पूरी होने के बाद भी सिख कैदियों की रिहाई को लेकर मोहाली में प्रदर्शन

देश भर में अलग-अलग जेलों में कैद सिख बंदियों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन के दौरान पंजाब के मोहाली में प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गयी। इसमें दोनों तरफ से काफी लोग घायल और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

प्रदर्शनकारियों की मांग है देश भर लम्बे समय से कैद सिख बंदियों को रिहा किया जाये। इनमें से कई ऐसे हैं जो निर्धारित समय से भी ज्यादा तक कैद में हैं। उनकी रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के चंडीगढ़ स्थित आवास की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प हो गई।

अभी तक की ख़बरों के मुताबिक दोनों ही तरफ के 40 लोग घायल हो गए। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने चंडीगढ़-मोहाली सीमा के पास बाड़ लगा दिए थे। जब प्रदर्शनकारियों ने बाड़ तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार शुरू कर दी।

दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और हाथापाई के अलावा पथराव भी हुआ ,पुलिस के मुताबिक झड़प में त्वरित कार्रवाई बल समेत करीब 25-30 कर्मियों को चोटें आई हैं। दूसरे पक्ष का कहना है कि उनके लोग भी घायल हुए हैं।

चंडीगढ़ के डीजीपी प्रवीर रंजन ने कहा – ‘घटना में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते थे। मांगों में सिख कैदियों की रिहाई भी शामिल है। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि सजा पूरी होने के बावजूद वे विभिन्न जेलों में बंद हैं।’