सचिन और बागी विधायक बैठक में आएं, कोई मामला है तो मिलकर सुलझा लेंगे : सुरजेवाला

विधायक दल की बैठक जिसे दो बार टाला गया है, से ऐन पहले कांग्रेस ने एक प्रेस  कांफ्रेंस करके बागी तेवर दिखा रहे सचिन पॉयलट और उनके समर्थक विधायकों से इस बैठक में आने की अपील की है। पार्टी ने कहा है कि मोदी सरकार और भाजपा जितने भी हथकंडे कर ले, वो सरकार को नहीं गिरा पाएंगे। पार्टी ने पहले ही इसके लिए व्हिप जारी की हुई है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी फिलहाल शुरू नहीं हुई है और इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया है।

उधर सचिन पॉयलट की तरफ से मीडिया में यह रिपोर्ट आई है जिसमें उन्होंने कहा है कि ”वे भाजपा में नहीं जा रहे हैं”, हालांकि उनके जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आने संभावना काम दिख रही है। यह भी जानकारी मिली है कि जयपुर में कांग्रेस दफ्तर से ऐसे तमाम पोस्टर और होर्डिंग हटाए जाने लगे हैं, जिनमें सचिन पॉयलट की तस्वीर हैं।

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए जयपुर भेजे गए वरिष्ठ नेताओं रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि सचिन और सभी विधायकों से अपील की कि वे बैठक में शामिल हो जाएँ। उन्होंने कहा वे कांग्रेस की तरफ से, अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ से सचिन और विधायकों से   कह रहे हैं कि मतभेद हों भी तो भी उनपर बात हो सकती है। सचिन और सभी साथी पूरे कांग्रेस को परिवार में सभी बहुत ही प्रिय हैं।

उन्होंने कहा कि ”आपके कहीं और जाने से कांग्रेस ही नहीं आपको भी नुक्सान होगा। परिवार में रहना ही हम सब और प्रदेश की जनता के लिए सही है”। सुरजेवाला ने कहा कि पिछले ४८ घंटे में  सचिन पायलट से शीर्ष नेतृत्व और अन्य नेताओं की बात हुई है। उन्होंने कहा संगठन और पार्टी से ऊपर कोई नहीं है। सुरजेवाला की इस अपील से साफ़ लग रहा है कि सचिन के लिए यह आखिरी अवसर है, और उसके बाद पार्टी उनपर सीधी कार्रवाई कर सकती है।

सुरजेवाला ने कहा कि सचिन प्रदेश कांग्रेस के माननीय अध्यक्ष हैं और उपमुख्यमंत्री भी हैं। ”व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा हो सकती है, लेकिन राजस्थान की जनता किसी भी प्रतिस्पर्धा से ऊपर है।” आयकर और ईडी के छापों पर सुरजेवाला ने कहा कि ”भाजपा लोकतंत्र की मंडी में यह खरीददारी नहीं कर पायेगी। भाजपा के अग्रिम विभाग आयकर और ईडी अपनी ड्यूटी पर लग गए हैं। मोदी और अमित शाह ने यह शुरू करवाई हैं। जान लें, पैसे के बल और सरकारी संस्थानों के दुरूपयोग के बूते भी  आप राजस्थान की चुनी हुई सरकार नहीं गिरा पाएंगे।