श्रीलंका चुनाव में गोताबेया राजपक्षे की जीत

चीन की तरफ माना जाता है नए राष्ट्रपति का झुकाव

श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व रक्षा सचिव गोताबेया राजपक्षे ने जीत दर्ज की है। उन्होंने श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार साजिथ प्रेमदासा को परास्त किया है। जीत के बाद उनका अगले हफ्ते में किसी दिन शपथ ग्रहण हो सकता है। गोताबेया को लेकर माना जाता है कि वे चीन की तरफ झुकाव रखते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को वोटों की मतगणना हुई जिसमें पूर्व रक्षा सचिव गोताबेया राजपक्षे ने जीत दर्ज की है। राजपक्षे के प्रवक्ता केहेलिया रम्बुकवेला ने इसे गोताबेया की जीत करार दिया। उन्होंने कहा – ”हमें ५३ से ५४ फीसदी के बीच वोट हासिल हुए हैं। यह साफ़ तौर पर हमारी जीत है। सोमवार या उसके एक दिन बाद नए राष्ट्रपति के तौर पर गोताबेया का शपथग्रहण हो सकता है।”
श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार साजिथ प्रेमदासा ने अपने प्रतिद्वंद्वी गोताबेया राजपक्षे अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने गोताबेया को जीत के लिए बधाई देते हुए कहा – ”मैं जनता के निर्णय का सम्मान करता हूं और गोताबेया राजपक्षे को श्रीलंका के आठवें राष्ट्रपति के रूप में उनके निर्वाचन पर बधाई देता हूं।”
श्रीलंका में कुछ महीने पहले घातक आतंकवादी हमले के सात महीने बाद कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को मतदान हुआ था। श्रीलंका के निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतों की गणना से जाहिर होता है कि मुख्य विपक्षी उम्मीदवार राजपक्षे पूर्व आवासीय मंत्री सजीत प्रेमदासा से आगे रहे हैं।
राजपक्षे के प्रवक्ता ने चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा से पहले ही दावा कर दिया था कि ७० वर्षीय सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल गोताबेया शनिवार को हुए चुनाव में जीत दर्ज की है। वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके तीसरे नंबर पर रहे। पद के लिए कुल ३३ उम्मीदवार मैदान में थे।