शी जिनपिंग आज भारत पहुंचेंगे

कई अहम मसलों पर होगी बात

चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग आज (शुक्रवार) भारत पहुँच रहे हैं। वे भारत-चीन के बीच दूसरे अनौपचारिक सम्‍मेलन में शिरकत करेंगे। इसके अलावा उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी होनी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिनपिंग, बीजिंग से चेन्‍नई के लिए रवाना हो चुके हैं। चीनी राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तमिलनाडु के ममल्‍लापुरम में मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच पिछले वर्ष अप्रैल में हुई वुहान समिट के बाद यह दूसरी अनौपचारिक मुलाकात है।

वुहान समिट के दौरान ही पीएम मोदी ने राष्‍ट्रपति जिनपिंग को इस इनफॉर्मल समिट के लिए आमंत्रित किया था। दोनों के बीच ११ और १२ अक्‍टूबर को होने वाले इस सम्‍मेलन के दौरान चर्चा के लिए कई मुद्दे हैं। दोनों नेता ताज फिशरमैन्‍स कोव रिसॉर्ट एंड स्‍पा में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे।

अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों की बैठक के बाद किसी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर नहीं किए होंगे और कोई साझा बयान भी जारी नहीं होगा। दोनों के बीच
आतंकवाद, उसकी ट्रेनिंग, फाइनेंशिंग, आतंकियों को मिलने वाले सहयोग जैसे मुद्दों के अलावा व्यापार, डिफेंस और बॉर्डर के मुद्दों पर चर्चा की संभावना है। भारत-चीन सीमा मसले पर भी बातचीत हो सकती है।

जिनपिंग आज करीब २ बजे चेन्नई पहुंचेंगे। वहीं से महाबलिपुरम जाएंगे और  संभावना है कि पीएम मोदी उन्हें प्राचीन स्मारक अर्जुन्स पेनेन्स, पंच रथ और शोर टेंपल दिखाएँगे। दोनों नेता शोर टेंपल में होने वाले सांस्कृतिक प्रोग्राम को भी देखेंगे।

शनिवार सुबह दोनों नेता ताज फिशरमैन कोव रिजॉर्ट एण्ड स्पा में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। इसके बाद शी चिनफिंग के लिए लंच और डिनर का आयोजन किया गया है।

शनिवार की मुलाकात को दोनों देशों की सेना को नई दिशा के लिहाज से बहुत अहम माना जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को कहा था कि वुहान अनौपचारिक शिखर सम्मेलन का विचार दोनों नेताओं के अस्ताना में मिलने और सहमत होने के बाद आया था और वह इस बात पर सहमत हुए थे कि द्विपक्षीय संबंध अनिश्चित दुनिया में स्थिरता का स्रोत होना चाहिए और उन्हें मतभेदों को विवाद नहीं बनने देना चाहिए।