शाहीनबाग़, जामिया प्रदर्शन संयोग नहीं प्रयोग : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पहली रैली की और इसमें शाहीन बाग़ और जामिया में विवादित नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर चल रहे आंदोलन पर कहा कि ‘यह संयोग नहीं हैं, प्रयोग है। उन्होंने कहा कि ‘इन साजिशों को यहीं रोकना है’।

मोदी को चुनाव में एक और रैली करनी है। उनसे पहले भी भाजपा के नमाम नेताओं का फोकस शाहीन बाग़ और नागरिकता क़ानून पर ही रहा है जिससे साफ़ दिख रहा है भाजपा इसी के सहारे चुनाव की वैतरणी पार करना चाह रही है।

आज उन्होंने तीन चीजों पर भाषण फोकस रखा। एक – बजट घोषणाएं, पूर्वांचल और शाहीन बाग़, जामिया और सीएए प्रदर्शन। मोदी ने कहा – ”शाहीन बाग, जामिया में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। क्या यह प्रदर्शन संयोग है? यह प्रदर्शन संयोग नहीं प्रयोग हैं। सरकार के आश्वासन के बाद यह समाप्त हो जाना चाहिए। संविधान और तिरंगे को सामने रखते हुए ज्ञान बांटा जा रहा है। असली साजिश से ध्यान हटाया जा रहा है। अगर साजिश और बढ़ी तो ये दिल्ली के किसी और सड़क और किसी और गली को जाम कर सकते हैं। इन साजिशों को यहीं रोकना जरूरी है।”

पूर्वी दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित सीबीडी ग्राउंड में हुई रैली में मोदी ने नागरिकता कानून, राम मंदिर, धारा ३७० को लेकर विपक्ष पर खूब निशाना साधा। उन्होंने २०२२  तक हर गरीब को पक्का घर देने का वादा दोहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब तक अरविंद केजरीवाल की सरकार रहेगी, दिल्ली का विकास नहीं होगा। आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की सरकार गरीब बेघरों को घर नहीं देना चाहती है।

मोदी ने कहा कि ”सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग। बीते कई दिन से सिजिटनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं? नहीं, इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजाइन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला है”।

उन्होंने कहा कि ”यही वो लोग हैं जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को आज तक बचा रहे हैं। क्या दिल्ली के लोग ये भूल सकते हैं? इसकी वजह क्या थी? वोटबैंक की राजनीति, तुष्टिकरण की राजनीति”। मोदी ने कहा – ”याद करिए, जब इन्हीं हमलों के गुनहगारों को दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में मार गिराया, तो उसे फर्जी एनकाउंटर कहा गया था। यही वो लोग हैं जिन्होंने बाटला हाउस में आतंकियों को मारने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।”