वोट पाने की खातिर नेता ‘कुत्ता’ बनने से भी नहीं कर रहे परहेज

मध्य प्रदेश में उपचुनाव का चुनाव प्रचार अंतिम दौर में है। नेता एक दूसरे पर ऊल जलूल बयान देने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। किसी भी हालत में चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कहने और बनना भी कुबूल है। शनिवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा में खुद को जनता का वफादार बता डाला।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व कांग्रेसी और भाजपा की सरकार बनवाने वाला भाजपा नेता सिंधिया ने कहा कि पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ जी यहां आते हैं और मुझे कुत्ता बताते हैं। सिंधिया यहीं नहीं रुकते हैं, वह कहते हैं, कमलनाथ जी, सुन लीजिए। हां, मैं कुत्ता हूं, क्योंकि मेरा मालिक मेरी जनता है, जिसकी मैं सेवा करता हूं। कुत्ता अपने मालिक और अपने दाता की रक्षा करता है। हां, कमलनाथ जी मैं कुत्ता हूं, कोई भी मेरे मालिक के साथ भ्रष्टाचार करेगा और उसे अंगुली दिखाएगा, तो कुत्ता उसे काट लेगा।
इससे पहले, शुक्रवार को एक चुनावी सभा में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने भाषण में कुत्ते का जिक्र किया था। माना जा रहा है कि उनका इशारा सिंधिया की तरफ था। कृष्णम ने कहा था कि जिस तरह से एक पिल्ले की रक्षा के लिए कुत्ता आगे आ जाता है, उसी तरह से यहां के विधायक को कार्रवाई से बचाने के लिए कुत्ता आ गया था। इस सभा के मंच पर कमलनाथ भी मौजूद थे।