रेप आरोपी भाजपा नेता चिन्मयानंद से एसआईटी की पूछताछ

बाद में उनके घर का एक हिस्सा भी सीज किया गया

पीड़िता लड़की के आरोपी से पूछताछ न करने पर जबरदस्त विरोध और मीडिया में मामला आने के बाद आखिर रेप के आरोपी भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद से एसआईटी के पूछताछ किये जाने की खबर है। यह पूछताछ गुरूवार शाम से शुरू होकर रात तक करीब सात घंटे चली है। खुद को पीड़िता कहने वाली लड़की और उनके मित्र ने तीन दिन पहले ही प्रमाण के तौर पर एक पेन ड्राइव एसआईटी को सौंपी थी जिसके बाद यह पूछताछ हुई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक विशेष जांच दल ने चिन्‍मयानंद के घर के कुछ हिस्‍से को भी सीज कर दिया है। चिन्‍मयानंद से पूछताछ के बाद एसआईटी ने यह कार्रवाई की है। कहा गया है कि सुबह करीब ४ बजे पुलिस के साथ एसआईटी के सदस्‍य चिन्‍मयानंद के घर दिव्‍य धाम पहुंचे और उनके कमरे को सीज कर दिया। दावा किया गया था कि चिन्‍मयानंद के मसाज वाला ”विडियो” यहीं पर बनाया गया था।

तमाम आरोपों के बाद भी अभी तक पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोइ कार्रवाई नहीं की थी जिसका लड़की ने जबरदस्त विरोध किया था और कहा था कि यह कहाँ का न्याय है कि शिकायतकर्ता से तो एसआईटी १४-१४ घंटे पूछताछ करती है, रेप के आरोपी पर नरमी बरती जाती है क्योंकि वो बहुत ताकतवर और प्रभावशाली है। अब आखिर इसका असर हुआ दिखता है और भाजपा नेता और इस मामले के आरोपी चिन्मयानन्द से पूछताछ हुई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक विशेष जांच दल ने गुरुवार की शाम करीब ६.२० बजे शुरू  शुरू की जो सात घंटे चलकर आधी रात एक बजे के करीब ख़तम हुई। रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि चिन्मयानंद से वह सभी सवाल किए गए, इसे लेकर पीड़िता और उसके परिवारवालों ने आरोप लगाए थे।

उधर चिन्मयानंद के वकील ने कहा – ”हम जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और दुबारा  भी आना पड़ सकता है।” याद रहे चिन्मयानन्द के लोग रेप के आरोप को ”झूठ और ब्लैकमेलिंग की कोशिश” बताते रहे हैं।

यह भी सच है कि यूपी पुलिस ने चिन्मयानंद से सवाल किए, लेकिन रेप के मामले में कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। आरोपी चिन्मयानन्द मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण (मेडिकल) कराया था। एसआईटी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली एलएलएम की छात्रा को कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल कॉलेज लेकर पहुँची थी। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के एक पैनल ने छात्रा का चिकित्सीय परीक्षण किया।

पिछले कुछ दिन से चिन्मयानंद की सूरत से मेल खाने वाले एक व्यक्ति (जिसके चिन्मयानन्द होने का दावा किया गया है) का एक लड़की से मालिश कराने का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो अपलोड की कैपशन में लिखा है कि ”मालिश कर रही लड़की ने वह वीडियो अपने चश्मे में लगे कैमरे से बनाया है।”

उधर चिन्मयानंद के वकील वीडियो को फर्जी बता रहे हैं और उनका आरोप है कि ”इसे एडिट करके बनाया गया है और इसके पीछे मंशा ब्लैकमेल कर धन ऐंठना है।” वैसे चिन्मयानंद के वकील ने थाने में अज्ञात मोबाइल नंबर से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगे जाने के आरोप के साथ मामला दर्ज कराया हुआ है।
गौरतलब है कि स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली एक छात्रा ने २४ अगस्त को एक वीडियो वायरल करके दावा किया था – ”एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है और मेरे और मेरे परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है।” इसके बाद लड़की के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध दुष्कर्म और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जिसे पुलिस ने दर्ज ही नहीं किया। हालांकि बाद में जब विरोध के स्वर उठे तो पुलिस ने चिन्मयानंद के विरुद्ध अपहरण और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। बाद में छात्रा अपने एक मित्र के साथ राजस्थान के दौसा स्थित एक होटल में मिली थी।