राहुल गांधी ने कृषि कानूनों की कमियां उजागर करने वाली पुस्तिका जारी की, कहा यह कृषि व्यवस्था बर्बाद कर देंगे

किसान आंदोलन के उफान के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कृषि कानूनों की कमियां उजागर करने वाली एक पुस्तिका जारी की। राहुल ने कहा कि नए कृषि कानून देश की कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने के लिए तैयार किए गए हैं। राहुल ने कहा कृषि क़ानून वापस लेना ही मसले का हल है।

एक प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों पर बड़ा हमला करते हुए कहा – ‘नए कृषि कानूनों के चलते पूरा कृषि क्षेत्र 3-4 घोर पूंजीवादियों के हाथों में चला जाएगा। मैं किसान आंदोलन का समर्थन करता हूं। हर व्यक्ति को किसानों का समर्थन करना चाहिए, क्योंकि वे हमारे लिए लड़ रहे हैं।’

बता दें विपक्ष में राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो लगातार किसानों के हक़ में मोदी सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। आज गांधी ने फिर सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि कानूनों की कमियां उजागर करने वाली एक पुस्तिका जारी की। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून देश की कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने के लिए तैयार किए गए हैं।

राहुल ने कहा – ‘देश में आज त्रासदी घट रही है। सरकार सभी मुद्दों की अनदेखी कर देश को गुमराह करना चाहती है। मैं सिर्फ किसानों की बात नहीं कर रहा। यह मुद्दा तो त्रासदी का एक हिस्सा भर है। यह बात युवाओं के लिए अहम है। यह वर्तमान का नहीं, बल्कि आपके भविष्य का सवाल है’।

कांग्रेस नेता ने कहा कि दुनिया के लिए चीन की रणनीति साफ है। राहुल ने कहा – ‘इसमें भारत शामिल नहीं है। भारत ने इस बारे में स्ट्रैटजी नहीं बनाई। चीन को दो बार परख चुके हैं। एक बार डोकलाम में और दूसरी बार लद्दाख में। अगर भारत ने चीन को साफ संदेश नहीं दिया, मिलिट्री और इकोनॉमी से जुड़ी स्ट्रैटजी नहीं बनाई तो चीन चुप नहीं बैठेगा, बल्कि इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाएगा। जिस दिन ऐसा हुआ, उस दिन हमें नुकसान होगा।’

नड्डा के सवाल
राहुल ने आज सुबह ट्वीट करके कहा था कि वे कृषि कानूनों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उनके ट्वीट के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल पर निशाना साधा और   सोशल मीडिया के जरिए उनसे 5 सवाल पूछे। नड्डा ने कहा राहुल, उनका राजवंश और कांग्रेस चीन पर झूठ बोलना कब छोड़ेंगे?, अरुणाचल प्रदेश के एक हिस्से समेत हजारों किमी जमीन चीन को किसी और ने नहीं, बल्कि पंडित नेहरू ने गिफ्ट कर दी थी, क्या राहुल इससे इनकार कर सकते हैं?, कांग्रेस चीन के सामने सरेंडर क्यों कर देती है?, क्या राहुल चीन और वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ कांग्रेस के एमओयू  को रद्द करने की मंशा रखते हैं? और क्या राहुल अपने परिवारिक ट्रस्ट को चीन से मिले दान को लौटाना चाहते हैं?