राहुल का अब आरएसएस पर हमला

बर्लिन में कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी पर फिर साधा निशाना, रोजगार का मुदा भी उठाया

जर्मनी में लगातार दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला किया। राहुल ने गुरूवार को आरएसएस को भी निशाने पर रखा और आरोप लगाया यह संगठन महिलाओं को दूसरे दर्जे का शहरी मानता है और उनकी संगठन में महिलाओं को कोइ जगह नहीं। कहा – ”कांग्रेस इसके विपरीत सबको बराबर का अधिकार देती है।”
जर्मनी के बर्लिन में गुरूवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के कार्यक्रम में संबोधन के लिए पहुंचे राहुल गांधी के भाषण का लाइव टेलिकास्ट तकनीकी गड़बड़ी के कारण बाधित हुआ। लेकिन उन्होंने अपने सम्बोधन में मोदी सरकार और भाजपा की नीतियों को निशाने पर रखा। राहुल का भाषण यूट्यूब के एक लिंक के जरिए अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात साढ़े नौ बजे शुरू होना था, हालांकि बाद में साढ़े दस बजे के लिए र्निर्धारित किया गया। तकनीकी गड़बड़ी के कारण राहुल का भाषण सीधा प्रसारित नहीं हो सका।
आज फिर राहुल ने मोदी सरकार पर हमला बोलै।  राहुल ने आरएसएस को भी निशाने पर लिया।  राहुल लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार में आरएसएस के लोगों को हर संस्थान में भरा जा रहा है और इससे देश में आने वाले समय में आरएसएस का हर संस्थान में कब्ज़ा हो जाएगा। राहुल ने आज के भाषण में रोजगार से लेकर काणूं व्यवस्था तक मोदी को कटघरे में खड़ा किया। राहुल ने यही भी बतया की कैसे पिछली यूपीए की सरकार ने मनरेगा जैसे बेहतर योजना से रोजगार का रास्ता खोला।
गौरतलब है कि इससे पहले हैम्बर्ग के उनके भाषण पर बिफरी भाजपा ने उन पर निशाना साधा था।  हालांकि कांग्रेस ने पूरी ताकत से अपने नेता के मोदी सरकार पर हमलों का समर्थन किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जर्मनी में अपने भाषण में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का उदाहरण देते हुए कहा था कि विकास प्रक्रिया से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर रखने से दुनिया में कहीं भी आतंकवादी संगठन पैदा हो सकता है। राहुल ने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास की प्रक्रिया से आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को बाहर रखा है जिसके खतरनाक नतीजे निकालेंगे। राहुल ने कहा – ”ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।” उन्होंने कहा कि २१वीं सदी में विकास प्रक्रिया से लोगों को बाहर रखना खतरनाक संकेत है। ”अगर आप 21वीं सदी में लोगों को कोई विजन नहीं देते तो कोई ओर देगा और विकास प्रक्रिया से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर रखने का यह असली खतरा है।”
राहुल ने कहा कि ”दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों को अब सरकार से कोई फायदा नहीं मिलता। उनको फायदा देने वाली सारी योजनाओं का पैसा चंद बड़े कारपोरेट के पास जा रहा है।” इसके अलावा उन्होंने शरणार्थियों के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, ”शरणार्थियों के अपमान का कारण कामगारों के बीच नौकरियों की कमी होना है। इससे घृणा और टकराव पैदा हो रहा है।”
उधर मोदी और भाजपा पर राहुल के हमले से बौखलाई भाजपा ने आरोप लगाया कि ”राहुल गांधी ने विदेश में देश का मान घटाया है”। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा – ”ऐसा करने के लिए राहुल को माफ नहीं किया जा सकता है”।