राफेल में नया मोड़, राहुल के सीएजी रिपोर्ट को लेकर सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर दोहराया - हाँ चौकीदार चोर है

सुप्रीम कोर्ट के राफेल पर शुक्रवार सुबह फैसला आने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लेकर जेटली-निर्मला सीतरमन की साझी प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी पर हमले से बेपरवाह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शाम को दुबारा पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। राहुल ने कहा – ”हाँ,  हम अभी भी चौकीदार को चोर कहेंगे। चौकीदार चोर है। जिस दिन जेपीसी की जांच हो गई दो नाम सामने आएंगे मोदी और अनिल अंबानी। सब जानते हैं कि चौकीदार चोर हैं और चौकीदार ने अनिल अंबानी को चोरी कराई।”
राहुल गांधी ने सूबों के मुख्यमंत्री चयन के व्यस्त कार्यक्रम के बीच बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके राफेल लड़ाकू विमान खरीद मामले को आज उस समय समय एक नया मोड़ दे दिया जब उन्होंने कहा कि राफेल पर सीएजी की रिपोर्ट तो पीएसी में आई ही नहीं। ”पीएसी को ऐसी रिपोर्ट मिली ही नहीं। हमारे नेता खड़गे इस पीएसी के अध्यक्ष हैं। उन्हें ऐसी कोइ रिपोर्ट नहीं मिली। मेरा सवाल सरकार से है कि सीएजी रिपोर्ट कहां है। रिपोर्ट तो पीएसी में रखी ही नहीं गयी।”  राहुल के साथ प्रेस कांफ्रेंस में बैठे खड़गे ने इस बात की  तस्दीक की कि अध्यक्ष होने के वाबजूद उन्हें कोइ रिपोर्ट नहीं मिली।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल मामले को नया मोड़ देते हुए कहा कि ”सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट में है कि राफ़ेल की प्राइसिंग के जो तथ्य हैं वो सीएजी की रिपोर्ट में हैं। जबकि पीएसी के चेयरमैन खड़गे यहां बैठे हैं। उनके सामने तो सीएजी की रिपोर्ट आई ही नहीं।”
राहुल गांधी ने कहा – ”नियम के मुताबिक सीएजी की रिपोर्ट पब्लिक एकाउंट्स कमेटी को जानी चाहिए। सीएजी रिपोर्ट तो है नहीं। जब सीएजी में नहीं है तो पीएसी में कैसे आएगी रिपोर्ट? तो फिर ये रिपोर्ट आई कहां? कानून कहता है कि जब तक पार्लियमेंट में रिपोर्ट पेश न हो, तब तक उस पर बात नहीं कर सकते। राफेल पर सीएजी की रिपोर्ट तो पीएसी में आई ही नहीं।  पीएसी को ऐसी रिपोर्ट मिली ही नहीं। मेरा सवाल सरकार से है कि सीएजी रिपोर्ट कहां है ? यहां कि रिपोर्ट तो यहां कि पीएसी में रखी नहीं। शायद वो फ्रांस की पार्लियामेंट में रखी है। मैं कहता हूं कि चौकीदार चोर है। अनिल अंबानी को चोरी कराई। जिस दिन जेपीसी की जांच हो गई दो नाम सामने आएंगे मोदी और अनिल अंबानी।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर ५२६ करोड़ का जहाज १६०० करोड़ में क्यों खरीदा गया। ”हम तीन-चार दिन में प्रेस कांफ्रेंस करते हैं पर प्रधानमंत्री कोई प्रेस नहीं करते।   हम काफ़ी समय से राफ़ेल पर भ्रष्टाचार की बात करते हैं। ऑफ़सेट पार्टनर अनिल अंबानी की कंपनी को क्यों दिया ? एचएएल  को क्यों नहीं दिया? फ्रांस के राष्ट्रपति कहते हैं कि सीधे प्रधानमंत्री ने हमें आर्डर दिया। सरकार  एक भी जवाब नहीं देती। पहले सीतारमण कहती हैं कि हम सदन में प्राइस बताएंगे। फिर कहती हैं कि नहीं बता सकते। प्रधानमंत्री बोलते नहीं। निर्मला बोलती हैं और अरूण जेटली बोलते हैं। सच सामने आना चाहिए और यह जेपीसी से ही आ सकता है।”