राजनाथ-फेंघे की मुलाकात के बीच अरुणाचल से चीनी सेना ने पांच 5 भारतीयों का अपहरण किया

उधर मॉस्को में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे की मुलाकात के बीच यह सनसनीखेज खबर सामने आयी है कि अरुणाचल प्रदेश से चीनी सेना पीएलए ने सीमा क्षेत्र से 5 भारतीयों का अपहरण कर लिया है। अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने इसका दावा किया है। उधर मॉस्को में राजनाथ और फेंघे की मुलाकात में चीनी रक्षा मंत्री ने बातचीत की मेज पर बहुत सकरात्मक रुख नहीं दिखाया है और आरोप लगाया है कि गलवान में मुठभेड़ और सीमा पर तनाव के लिए भारत जिम्मेदार है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कहा है कि दोनों देशों के बीच शांति के लिए अगर वह (अमेरिका) कोई रोल अदा कर सके तो उन्हें खुशी होगी।

अरुणाचल प्रदेश से 5 भारतीय युवाओं के अपहरण की खबर विचलित करने वाली है। वहां सीमा क्षेत्र सुबनसिरी जिले में चीनी सेना ने इन भारतीयों को अगवा किया है। एक ट्वीट में क्षेत्र के विधायक कांग्रेस के निनॉन्ग एरिंग ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने अपने इस ट्वीट में #CCPChina और @PMOIndia को भी टैग किया है।

एरिंग ने दावा किया है कि ऊपरी सुबनसिरी जिले के रहने वाले इन पांच लोगों का कथित तौर पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अपहरण किया है। एक ट्वीट में उन्होंने इसका दावा किया और कहा कि कुछ महीने पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी। ट्वीट में विधायक ने मांग की है कि चीनी सेना को इसका जवाब दिया जाना चाहिए।

यह खबर तब आई है जब रूस के दौरे पर गए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे से करीब 2 घंटे 20 मिनट तक मुलाकात हुई है। माना जा रहा है कि रूस दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, इस मुलाकात से कोई बहुत सकारात्मक संकेत सामने नहीं आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बातचीत की मेज पर चीनी रक्षा मंत्री ने यहाँ तक कहा कि ‘चीन की सेना किसी भी मुकाबले का सामना करने को तैयार है’।

रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुलाक़ात में साफ़ शब्दों में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चीन एक जिम्मेदार राष्ट्र जैसा रवैया दिखाएगा और लद्दाख में एलएसी पर तैनात अपनी सेना को पूरी तरह से वापस करने के लिए कदम उठाएगा। भारत ने कहा कि चीन को कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे दोनों देश के रिश्ते और बिगड़ें।

हालांकि, चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस बैठक में चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंघे ने कहा कि बॉर्डर से जुड़े मुद्दों की वजह से दोनों देशों और दोनों सेनाओं के बीच रिश्ते बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। चीन ने कहा कि विवादों को बातचीत और संपर्कों के जरिए सुलझाने के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सहमत हुए मुद्दों को गंभीरता से लागू करना चाहिए। बैठक में रक्षा सचिव अजय कुमार और रूस में भारत के राजदूत डी बी वेंकटेश वर्मा भी उपस्थित थे।

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी दोनों कहा है कि दोनों देशों के बीच शांति के लिए अगर वह (अमेरिका) कोई रोल अदा कर सके तो उन्हें खुशी होगी।

कांग्रेस विधायक एरिंग का ट्वीट
Ninong Ering
@ninong_erring
SHOCKING NEWS: Five people from Upper Subansiri district of our state Arunachal Pradesh have reportedly been ‘abducted’ by China’s People’s Liberation Army (PLA). Few months earlier,a similar incident happened. A befitting reply must be given to #PLA and #CCPChina.
@PMOIndia