राजकीय सम्मान के साथ रमाकांत आचरेकर का अंतिम संस्कार न किए जाने पर क्रिकेट प्रेमियों में नाराज़गी

क्रिकेट के द्रोणाचार्य रमाकांत आचरेकर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार दादर शिवाजी पार्क के शमशान गृह में कर दिया गया । इस अवसर पर उनकी अंतिम यात्रा में मुंबई के कई क्रिकेट खिलाड़ी और क्रिकेट प्रेमी उपस्थित थे । सचिन ने अपने गुरु आचरेकर सर के पार्थिव शरीर को कंधा दिया हालांकि इस अवसर पर सचिन के साथ सभी लोग अत्यंत भावुक हो गए थे।  सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी लेकिन अफ़सोस यह रहा कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें जिस सम्मान से नवाजा जाना चाहिए था वह सरकार भूल गई।

पद्म पुरस्कार से सम्मानित रमाकांत आचरेकर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने की जिम्मेदारी  सरकार के पास होती है। उसका सामान्य प्रशासन विभाग ये कार्य करता है जो मुख्यमंत्री के अंतर्गत आता है लेकिन सरकार द्वारा इसे नजरअंदाज किए जाने के चलते खेल प्रेमियों में असंतोष है।

हालांकि अपनी इस गलती का एहसास होते ही राज्य के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता ने राजकीय सम्मान के साथ उनकी उनका अंतिम संस्कार न किए जाने पर खेद जताया है और कहा कि सरकार में कहीं ना कहीं संवाद के अभाव के चलते ऐसा हुआ होगा।

राज्य सरकार इस भूल पर क्रिकेट प्रेमियों ने काफी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्ति की एक ट्वीट में पूछा गया कि जब श्रीदेवी को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जा सकती है तब भारत में महान क्रिकेट खिलाड़ियों की पीढ़ी तैयार करने वाले आचरेकर सर को राजकीय सम्मान के साथ विदाई क्यों नहीं दी गई?

डब्ल्यू डब्ल्यू ई के भारतीय पहलवान रह चुके अरुण पांडेय ने भी कहा कि ये एक कोच और वो भी पद्म पुरस्कार प्राप्त के प्रति अन्याय है। उनको पूरा मान दिया जाना चाहिए था। किंतु इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सम्भव है ऐसी चूक हो जाती है। किंतु इस चूक को अब भी वक्त है सरकार सुधार कर उनके लिए कोई ऐसी घोषणा करे जो उनके नाम के साथ साथ आने वाले नए क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए सुखद हो। खेल समीक्षक अमिताभ श्रीवास्तव का भी कुछ इसी प्रकार का कहना है । राज्य सरकार से हुई चूक की भरपाई वो उनकी स्मृति में कोई महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दे कर और इसका बीड़ा उठा कर कर सकती है। क्रिकेट के आचार्य आचरेकर का जाना एक युग के खत्म हो जाने जैसा है।

अजित आगरकर ने हालांकि क्रिकेट के द्रोणाचार्य को किसी प्रकार की सरकारी चूक आदि के संदर्भ में नहीं कहा किन्तु उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सबकुछ के लिए शुक्रिया सर।एक बहुत खास व्यक्ति थे वे..