रवांडा में मोदी ने 200 गाय दान कीं

चमड़ा और संबद्ध क्षेत्रों और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में कई समझौतों पर हस्ताक्षर

देश में भले भले गौ रक्षकों की करतूतों से बबाल मचा हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के अपने पहले पड़ाव पर रवांडा में गिरिनका कार्यक्रम के तहत मोदी ने 200 गाय दान कर स्थानीय लोगों की प्रशंसा हासिल की। उनके साथ इस मौके पर रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागमे भी थे। दोनों देशों ने चमड़ा और इससे संबद्ध क्षेत्रों और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं। किगाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोदी के विमान के उतरते ही कागमे ने उनका स्वागत किया।

मोदी ने इसके अलावा रवांडा के दो दिवसीय दौरे के पहले ही दिन व्यापार और कृषि क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर चर्चा के अलावा रवांडा के लिये 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी की।

राष्ट्रपति कागमे के साथ बैठक के बाद मोदी ने रवांडा में जल्द ही भारतीय उच्चायोग खोलने का भी ऐलान किया। इससे पहले मोदी का रवांडा पहुँचाने पर पारम्परिक रूप से गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारत और रवांडा के बीच कुछ अहम समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए हैं।

रवांडा की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैँ। दोनों देशों के बीच शिष्ठमंडल स्तर की वार्ता के दौरान भारत ने किगाली में विशेष आर्थिक क्षेत्र और तीन कृषि परियोजनाओं के लिए 20 करोड़ डॉलर ऋण देने की पेशकाश की। भारत कई औद्योगिक पार्क के विकास और रवांडा में किगाली विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के लिये 10 करोड़ डॉलर और कृषि के लिये 10 करोड़ डॉलर को रवांडा को कर्ज देगा।

बाद में मोदी ने एक साझे पत्रकार सम्मेलन में किगाली में शीघ्र भारतीय उच्चायोग खोले जाने की घोषण की। उन्होंने कहा कि भारत शीघ्र ही रवांडा में अपना उच्चायोग खोलेगा जिससे न केवल दोनाें देशों के बीच संवाद का रास्ता प्रशस्त होगा बल्कि दोनों देशों की सरकारों को पासपोर्ट और वीजा से संबंधित काम काज करने में भी सुविधा होगी। रवांडा के आर्थिक विकास की यात्रा में उसके साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा रहना भारत के लिए गौरव की बात है। इस देश की विकास यात्रा में भारत की मदद कायम रहेगी।

राष्ट्रपति पॉल कामगे ने कहा कि  मोदी की यात्रा दोनों दशों के बीच संबंधों और सहयोग में मील का पत्थर साबित हुई है। मोदी ने बाद में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने इस मौके पर कहा – ”भारतीय समुदाय विश्वभर में अपनी पहचान बना रहा है। वे हमारे राष्ट्रदूत ,हमारे राजदूत हैं। भारतीय समुदाय लंबे समय से यहां उच्चायोग खोलने की मांग कर रहा था। यह मांग जल्द पूरी होगी।”

मोदी युगांडा भी जाएंगे और बुधवार को १० ब्रिक्स सम्मलेन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहान्सबर्ग पहुंचेंगे। रवांडा के राष्ट्रपति पाॅल कागमे अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष हैं। रवांडा अफ्रीका की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। संसाधान संपन्न इस महाद्वीप में भारत की पहुंच कायम करने के इरादे से मोदी की यात्रा अहम है।