यादगार होगा जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-2020

विश्व भर में जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (जिफ) अब अपनी विशिष्ठ पहचान बना चुका है। 12 वर्षों से जिफ लगातार प्रगति की ओर है। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्ट और आर्यन रोज़ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ( जिफ) का आगाज़ इस वर्ष 17 से 21 जनवरी को आयनॉक्स सिनेमा हॉल, जी.टी. सेन्ट्रल में आयोजित होने जा रहा है। वहीं जयपुर शहर में आयोजित होने वाले जिफ में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह जिफ की एक बड़ी उपलब्धि है कि यहाँ दुनिया भर में सबसे अधिक संख्या में िफल्मों का चयन होता है। या यूँ कहें, यहाँ होता है विश्व की िफल्मों का उच्चतम चुनाव।

14 देशों की 54 िफल्मों का चयन

जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली िफल्मों की दूसरी लिस्ट (सूची) जारी की गयी। जहाँ पहली लिस्ट में 65 देशों से आयी 219 िफल्में चुनी गयी हैं, वहीं दूसरी लिस्ट में 14 देशों की 54 िफल्मों का चयन किया गया। 98 देशों से आयी कुल 2411 िफल्मों में से यह िफल्में चुनी गयी हैं। कॉम्पिटीटिव िफल्में रहीं 21, जिसमें 4 फीचर फिक्शन िफल्म, 1 डॉक्यूमेंट्री फीचर िफल्म, 2 डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट िफल्म, 11 शॉर्ट फिक्शन, 1 एनिमेशन िफल्म, 1 एड िफल्म और 1 सॉन्ग शामिल हैं। चुनी गयी डेस्कटॉप िफल्में हैं 33, जिसमें 2 एनिमेशन शॉर्ट िफल्में, 2  डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्में, 6 डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्में, 13 फीचर फिक्शन फिल्म और 10 शॉर्ट फिक्शन फिल्में शामिल हैं।

यू.के., यू.एस., ऑस्ट्रेलिया, चीन, स्विट्जरलैण्ड, स्पेन, रशिया, ईरान, अर्जेन्टीना, पोलैंड, ब्राजील, ग्रीस, बुल्गारिया, फ्रांस के अलावा इस बार सर्बिया, चिली और कोस्टारिका जैसे देशों की िफल्में भी जुड़ी हैं।

राजस्थान के लोगों के लिए यह बहुत खुशी और गर्व की बात है कि आगामी वर्ष 2020 में जनवरी माह में होने वाले जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल में राज्य की कई िफल्में प्रदर्शित होंगी। राजेश सेठ के निर्देशन में बनी शॉर्ट फिक्शन िफल्म वेटिंग टिल टुडे दिखाई जाएगी। राहुल सूद निर्देशित शॉर्ट फिक्शन िफल्में- पापा नहीं मानेंगे और मज़ार-ए-लैला मजनूँ फेस्टिवल में दिखाई जाएँगी। डॉ. हेमा उडावत के निर्देशन में बना चार मिनट लम्बा सॉन्ग (गीत) करीब दिखाया जाएगा। राजस्थान से राजेश सोनी निर्देशित शॉर्ट फिक्शन िफल्म सबक और पूर्णिमा कौल की डॉक्यूमेंट्री िफल्म हौसले की उड़ान दिखायी जाएगी। वहीं, राजस्थान की राजधानी जयपुर पर बनी िफल्म अलबेलो जयपुर का भी जिफ में प्रदर्शन होगा। जानना खास है कि चन्दन सिंह ने 5 मिनट की यह शॉर्ट िफल्म बनायी है।

गुलाबी शहर की ख़ूबसूरती दिखाती है िफल्म अलबेलो जयपुर

फिल्म अलबेलो जयपुर गुलाबी शहर की खूबसूरती को गुलाबी रंग के लैंस से दिखाती है। चन्दन सिंह शेखावत के निर्देशन में बनी यह िफल्म हाइपर लैप्स और टाइम लैप्स जैसी खास तकनीकों का उपयोग करते हुए शहर के 365 दिनों को महज़ 4 मिनट 39 सेकेंड में दिखाती है। अलबेलो जयपुर आपको गुलाबी शहर की अनूठी लोक कला और संस्कृति के कई रंग दिखाती है, जिसे देख किसी को भी इस शहर से प्यार हो जाएगा। चन्दन सिंह शेखावत बताते हैं कि वह शुरू से विजुअल स्टोरी टैलिंग में रुचि रखते हैं, और िफल्म उनके लिए खुद को बयाँ करने का एक ज़रिया है।

ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करेगी डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव

तेज़ी से बढ़ रही सडक़ दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए विनोद सैम ने िफल्म बनायी है, जिसका नाम है- डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव। यह एक विज्ञापन िफल्म है, जो लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करती है। िफल्म राहुल प्रकाश (पुलिस उपायुक्त, यातायात जयपुर) के सहयोग से बनायी गयी है, जिसमें राजस्थान के जाने-माने गायक रवीन्द्र उपाध्याय ने अभिनय भी किया है।

डूबी का प्रदर्शन होगा ख़ास

िफल्म में ऑस्कर विजेता रेसुल पुकुट्टी ने की है साउंड डिजाइनिंग

िफल्म डूबी का जिफ में प्रदर्शन होना खास है। िफल्म के लेखक और निर्देशक हैं- कैथ गोम्स, वहीं िफल्म में को-प्रोड्यूसर हैं मार्क बशैट। खास बात यह है कि मार्क बशैट को पिछले साल जिफ के मंच से ही इंट्रोड्यूस किया गया था। वहीं िफल्म में साउंड डिजाइन दिया है रेसूल पुकुट्टी ने, जो स्लमडॉग मिलिनेयर िफल्म में साउंड डिजाइनिंग के लिए ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। पुकुट्टी पद्म श्री, बेस्ट ऑडियोग्राफी के लिए नेशनल िफल्म अवॉर्ड और बाफ्टा अवॉर्ड भी हासिल कर चुके हैं।

स्कॉलर्स के लिए है खास मौका

गुलाबी नगरी के सिने-प्रेमियों के लिए तो वर्ष 2020 खास होगा ही, सिनेमा स्कॉलर्स के लिए भी यह एक विशेष अवसर होने जा रहा है। जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल ट्रस्ट और आर्यन रोज़ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल (जिफ) का आगाज़ आगामी वर्ष 17 से 21 जनवरी को आयनॉक्स सिनेमा हॉल (जी.टी. सेन्ट्रल) में आयोजित होने जा रहा है। जहाँ आयनॉक्स सिनेमा हॉल में 69 दुनिया भर से आयीं 240 िफल्मों का प्रदर्शन होगा, वहीं शहर के क्लॉक्स आमेर होटल में सिनेमा से जुड़ी विविध चर्चाएँ होंगी। िफल्मों के लगातार प्रदर्शन के साथ ही िफल्मकार, निर्माता, निर्दशक और सिनेमा से जुड़े ख़ास लोग सिने जगत की बारीिकयों पर बात करेंगे।

समाज पर सिनेमा के प्रभाव को समझने के लिए जिफ का अभिनव प्रयास

यह जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल का 12वाँ संस्करण है। जिफ की ओर से विश्व की सबसे बड़ी और सिक्योर िफल्म लाइब्रेरी बनने जा रही है, जिसके अन्तर्गत जिफ की ओर से इस मर्तबा एक अभिनव प्रयास किया जा रहा है। इस कोशिश का मकसद है- सिनेमा पर आधारित संस्थागत रिसर्च या शोध को बढ़ावा देना। 17 से 21 जनवरी को होने वाली िफल्मों की स्क्रीनिंग में छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेना होगा, उन्हें िफल्में देखनी होंगी और सुबह, दोपहर तथा शाम को अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी।

टॉप 4 रहे छात्रों को मिलेगी स्कॉलरशिप

इस मुहिम के अन्तर्गत जिफ की ओर से रिसर्च के लिए एक लाख रुपयों की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस क्रम में एक परीक्षा आयोजित होगी, जिसमें वे ही रिसर्च स्कॉलर्स हिस्सा ले सकेंगे, जिन्होंने फेस्टिवल के दौरान िफल्में देखी हों। परीक्षा में टॉप पर रहने वाले 4 छात्रों को जिफ की ओर से स्कॉलरशिप अवॉर्ड होगी।

नि:शुल्क ले सकते हैं हिस्सा

सभी छात्र जयपुर इंटरनेशनल िफल्म फेस्टिवल में नि:शुल्क हिस्सा ले सकते हैं। स्कॉलरशिप के लिए अधिकतम 100 रजिस्ट्रेशन्स लिए जाएँगे। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर स्कॉलर्स को चुना जाएगा। इच्छुक छात्र-छात्राएँ रजिस्ट्रेशन की जानकारी myjiffindia@gmail.com पर अपने नाम, क्लास और कॉलेज के नाम के साथ भेज सकते हैं।

इतना ही नहीं, मास कम्यूनिकेशन, सिनेमा और एनिमेशन के स्टूडेंट्स के लिए जिफ 2020 में हिस्सा लेना नि:शुल्क रहेगा।

सिनेमा से जुड़ी रिसर्च को बढ़ावा देने का प्रयास।

जिफ की ओर से दी जाएगी एक लाख की स्कॉलरशिप।

केवल िफल्म, पत्रकारिता और एनिमेशन के विद्यार्थी ले सकते हैं हिस्सा।